केरल में एक विभत्स और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक 17 साल की नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के मामले में 32 केस दर्ज किए गए हैं। ये मामले 44 पुरुषों के खिलाफ हैं और इनमें से 20 लोगों को POCSO एक्ट के तहत गिरफ्तार अब तक कर लिया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार लड़की अपने भाई के साथ रह रही थी और पिछले महीने लापता हो गई थी। कुछ दिनों के बाद पुलिस ने लड़की का पता लगाया और फिर चीफ वेलफेयर कमिटी (CWC) की लगातार काउंसलिंग से यौन उत्पीड़न की बात सामने आई।
केरल: 2016 में पहली बार हुआ था लड़की का उत्पीड़न
पुलिस के अनुसार लड़की का पहली बार 2016 में यौन उत्पीड़न हुआ था। इसके बाद उसे CWC द्वारा चलाए जा रहे शेल्टर होम में रखा गया था। हालांकि बाद में लड़की के माता-पिता की याचिका के बाद लड़की को उसके परिवार को सौंप दिया गया था।
इसके बाद साल 2017 में एक और POCSO एक्ट के तहत केस के बाद CWC ने लड़की को सरकारी बाल गृह भेज दिया। इसके कुछ दिन बाद लड़की भाई ने उसे अपने साथ रखने की मांग रखी। एक पुलिस सूत्र के अनुसार चूकी पूरे मामले में परिवार शामिल नहीं था इसलिए इस बार लड़की को अक्टूब-2019 में भाई को सौंप दिया गया।
पिछले महीने घर से गायब हुई लड़की
पुलिस के अनुसार पिछले महीने अपने भाई के घर से लड़की गायब हो गई। जांच के बाद पुलिस ने लड़की को पल्लाकड से बरामद किया। इसके बाद CWC की काउंसलिंग में ल़ड़की ने बताया कि कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया गया है। लड़की के बयान पर पुलिस ने 32 केस दर्ज किए और 20 लोगों को हिरासत में लिया है