बेंगलुरु:कर्नाटक के शिमोगा जिले में बीते 20 फरवरी को मारे गये बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के आरोपियों ने जेल से तस्वीरें और वीडियो भेजी हैं।
सोशल मीडिया पर आरोपियों की तस्वीरें वायरल होने के बाद बेंगलुरु पुलिस के हाथ-पैर फूल गये हैं। मामले में फौरन एक्शन लेते हुए बेंगलुरु पुलिस ने आनन-फानन में इसकी जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक तस्वीरों में हर्षा के हत्यारे बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल में मौज-मस्ती करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं वीडियो बनाने के बाद उन्होंने इसे इंस्टाग्राम पर अपलोड भी किया। वीडियो में आरोपी को मोबाइल फोन पर बात करते और वीडियो कॉल करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
आरोपियों का यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जेल अधिकारियों को सांप सूंघ गया। इसके बाद उन्होंने इस बात को समझने के लिए आखिरकार आरोपियों को जेल में मोबाईल कैसे मिला, उन्होंने फौरन जेल की बैरक में छापेमारी की।
इसके अलावा पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आरोपी जेल में किन-किन लोगों के साथ संपर्क में थे और क्या आरोपियों ने वीडियो वायरल होने के बाद सबूतों को नष्ट करने का भी प्रयास किया।
मालूम हो कि बीते 20 फरवरी को बजरंग दल के 27 साल के कार्यकर्ता हर्ष की एक गिरोह ने हत्या कर दी थी, जिसके बाद शिमोगा में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी।
हर्ष की हत्या से पैदा हुए तनाव को कम करने के लिए राज्य की बोम्मई सरकार ने मामले की जांच राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (एनआईए) से कराने की घोषणा कर दी थी। जिसके बाद एनआईए ने मामले की जांच करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा की केंद्रीय जेल में बंद हैं।
हर्ष के हत्या के आरोपियों का जेल से वायरल हो रहे वीडियो के बारे में हर्ष की मां पद्मा ने कहा कि अगर आरोपियों को जेल के अंदर मोबाइल जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं, तो सरकार उन्हें रिहा भी कर सकती है। लगता है कि हमें सरकार से न्याय नहीं मिलेगा।"
वहीं इस मामले में बेगलुरु प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जिन लोगों ने आरोपियों तक मोबाइल पहुंचाने में मदद की होगी। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।