रांची: झारखंड के जमशेदपुर में एक स्कूल की नौवीं कक्षा की छात्रा ने कथित तौर पर एक शिक्षिका द्वारा ‘‘कपड़े उतारने के लिए मजबूर’’ किए जाने के बाद खुद को आग के हवाले कर दिया। शिक्षिका को संदेह था कि छात्रा ने नकल सामग्री अपनी ड्रेस में छुपा रखी है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
छात्रा की हालत है गंभीर
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गंभीर रूप से झुलसी छात्रा को उसके परिजन निकट के अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
बयान में छात्रा ने शिक्षक पर लगाया अपमानित करने का आरोप
अधिकारी के अनुसार, लड़की ने पुलिस को दिए एक बयान में आरोप लगाया कि महिला निरीक्षक ने उसे अपमानित किया और नकल सामग्री ड्रेस में छिपाने के संदेह में उसे कक्षा से सटे एक कमरे में कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। अधिकारी ने कहा कि शिक्षिका के खिलाफ शिकायत दी गई है और मामले की जांच की जा रही है।
गर्भवती होने पर नाबालिग लड़की को लगाया आग
वहीं इससे पहले एक दूसरे मामले में मैनपुरी जिले में कुरावली थाना क्षेत्र के एक गांव में 25 वर्षीय एक युवक ने कथित तौर पर बलात्कार की शिकार 15 वर्षीय नाबालिग लड़की को गर्भवती होने पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी। पीड़िता का सैफई मेडिकल कॉलेज में उपचार हुआ था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी की मां को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य आरोपियों को पकड़ने का प्रयास जारी है। पीड़िता से लगभग तीन महीने पहले बलात्कार किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता के पेट में दर्द होने पर उसकी माँ उसे एक डॉक्टर के पास ले गई जहां डॉक्टर ने बताया कि वह गर्भवती है।
शिकायत पर लड़की को लगाई आग
पुलिस ने दर्ज मामले के आधार पर कहा कि इसके बाद लड़की की मां ने आरोपी युवक की मां से शिकायत की और उसकी शिकायत पर आरोपी की मां तथा बहन उसे अपने घर ले गईं तथा अभिषेक (आरोपी) से उसकी शादी कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि लेकिन रात में आरोपियों ने पीड़िता पर मिट्टी का तेल छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया।