रांची:झारखंड की राजधानी रांची के हिन्दपीढ़ी थाना क्षेत्र में मेन रोड स्थित हनुमान मंदिर में लगी मूर्ति को मंगलवार की रात कुछ असमाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसको लेकर बुधवार को सुबह में बवाल हो गया। प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किये जाने की सूचना पर सुबह 6.30 बजे बड़ी संख्या में सनातनी समाज के लोग मंदिर के पास इकट्ठे हो गए।
घटना के कारण गुस्साए लोगों ने मेन रोड में मल्लाह टोली के पास सड़क जाम करके भारी विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का कहना था कि मूर्ति को खंडित कर शहर में अशांति फैलाने की कोशिश की गई है। किसी हाल में मूर्ति को खंडित करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
घटना की जानकारी मिलने के बाद रांची के एसएसपी किशोर कौशल, कई डीएसपी और कई थाने के प्रभारी सदल-बल मौके पर पहुंचे और गुस्साई भीड़ को समझा-बुझाकर शांत कराया। मामले को लेकर उग्र हो रहे लोगों को समझाने में शहर की प्रमुख धार्मिक संस्था समेत अन्य समुदाय के लोगों को भी मशक्कत करनी पड़ी।
बताया जा रहा है कि सभी के प्रयास से रांची में एक बार फिर बड़ा बवाल होने से बच गया। इलाके में भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। मंदिर के आसपास की दुकानों में लगे सीसीटीवी को भी पुलिस खंगाल रही है। पुलिस ने लोगों को आश्वासन दिया कि पूरे इलाके की सीसीटीवी की जांच की जाएगी।
सीसीटीवी से असामाजिक तत्वों के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। किसी हाल में दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा। वहीं रांची पुलिस की ओर से अफवाह पर ध्यान नहीं देने और शांति बनाए रखने की लोगों से अपील की जा रही है।
इधर, इस मुद्दे की जानकारी राजनीतिक गलियारों में भी आग की तरह फैल गयी। झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इतने व्यस्ततम इलाके में ऐसी घटना कानून व्यवस्था की पोल खोलती है।
वहीं, पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने घटना पर ट्वीट करते हुए लिखा कि रांची मेन रोड स्थित श्री हनुमान मंदिर में स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने वालों पर कड़ी कारवाई करे हेमंत सोरेन सरकार। यह तरह का दुष्कृत्य सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का षड्यंत्र है। पीएफआई पर लगे प्रतिबंध के आलोक में सरकार उपद्रवियों पर नकेल डाले।