Jaipur: राजस्थान में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की महिला अधिकारी ने अपने आईएएस अफसर पति के खिलाफ पुलिस में घरेलू हिंसा और धमकी देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, भारती दीक्षित ने अपने आईएएस अधिकारी पति आशीष मोदी के खिलाफ घरेलू हिंसा, शारीरिक उत्पीड़न, अवैध रूप से बंधक बनाए रखने और जान-माल की धमकी देने का आरोप लगाया है। दीक्षित वित्त विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं जबकि मोदी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में निदेशक हैं।
दोनों राजस्थान कैडर के 2014 बैच के अधिकारी हैं। दीक्षित ने आरोप लगाया है कि मोदी ने 2014 में उनके पिता के कैंसर से पीड़ित होने के दौरान उनकी भावनात्मक कमजोरी का फायदा उठाकर उन्हें शादी के लिए मजबूर किया। उन्होंने दावा किया कि मोदी ने अपने बारे में गलत तथ्य प्रस्तुत किए और बाद में उन्हें लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
दीक्षित ने इस बारे में सात नवंबर को जयपुर के एसएमएस अस्पताल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी के अनुसार, मोदी अक्सर शराब पीते हैं, आपराधिक तत्वों के साथ जुड़े रहते हैं और उनके व्यवहार पर सवाल उठाने पर उनके साथ अक्सर मारपीट करते थे। दीक्षित ने कहा कि 2018 में उनके यहां बेटी जन्मीं जिसके बाद घरेलू हिंसा और बढ़ गई।
उन्होंने कहा कि कथित दुर्व्यवहार के कारण उन्हें कुछ समय के लिए जयपुर छोड़ना पड़ा लेकिन मातृत्व अवकाश के बाद वह वापस लौट आईं। उन्होंने आरोप लगाया कि अक्टूबर 2025 में मोदी और उनके एक सहयोगी ने उन्हें एक सरकारी गाड़ी में अगवा कर लिया, कई घंटों तक बंधक बनाकर रखा और तलाक न देने पर उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी।
दीक्षित ने दावा किया कि उन्हें बंदूक के बल पर बंधक बनाकर रखा गया और फोन पर अपने पिता को गुमराह करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी ने उनके कमरे में गुप्त कैमरा लगाया और गोपनीय सरकारी दस्तावेजों तक पहुंचने के लिए उनके मोबाइल फोन को अवैध रूप से अन्य उपकरणों से कनेक्ट किया।
दीक्षित ने आरोप लगाया कि सेवारत आईएएस अधिकारी होने के बावजूद मोदी निजी और आपराधिक उद्देश्यों के लिए अपने पद और आधिकारिक संसाधनों का दुरुपयोग करते रहे। शिकायत में मोदी के दो सहयोगियों सुरेंद्र विश्नोई और आशीष शर्मा का नाम है, जिन पर दीक्षित ने धमकी देने और अवैध रूप से बंधक बनाए रखने में मोदी की मदद करने का आरोप लगाया है।
दीक्षित ने अपने और अपने परिवार के लिए तत्काल पुलिस सुरक्षा की मांग की है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।