लखनऊ, 29 सितंबर : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार रात हुए गोलीकांड में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया है। उन्होंने कहा 'लखनऊ में हुई घटना एनकाउंटर नहीं है।।
'इस घटना की जांच चल रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा अगर जरूरत पड़ी तो इस घटना की जांच के लिए सीबीआई के पास भेजा जाएगा।'
बता दें कि शुक्रवार रात हुए इस घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी।
नाथन ने बताया, 'आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज गया है। फिलहाल दोनों आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।'
क्या है पूरा मामला
विवेक आईफोन लॉन्चिंग के बाद अपनी महिला सहकर्मी के साथ लौट रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो विवेक ने दरकिनार कर दिया। कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने शक में गोली चला दी जिससे विवेक की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि सना खान की शिकायत पर कॉन्स्टेबल के खिलाफ गोमतीनगर थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है।
सना खान की शिकायत के मुताबिक शुक्रवार रात वह अपने सहकर्मी विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थी। गोमतीनगर विस्तार के पास गाड़ी खड़ी थी तभी दो पुलिस वाले आए। विवेक ने दरकिनार करते हुए बचकर निकलने की कोशिश की। सना ने आरोप लगाया कि इस दौरान कॉन्स्टेबल ने बाइक दौड़ाकर विवेक पर गोली चला दी। गाड़ी की विंडशील्ड तोड़ते हुए गोली विवेक के गले में जा धंसी।
इसके बाद विवेक की कार अंडरपास के पिलर से जा टकराई। इससे भी गहरी चोटें आई हैं। आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टन के लिए भेज दिया गया है। इस हाई प्रोफाइल केस पर पुलिस के आला-अधिकारियों की नजर बनी हुई है।