आईआईटी मद्रास की छात्रा के आत्महत्या मामले में निष्पक्ष जांच के लिए दो आईआईटी मद्रास के छात्र अनशन पर बैठ गए हैं। इनकी मांग है कि इस मामले की बिना किसी भेदभाव के जांच की जाए। प्रथम वर्ष की छात्रा फातिमा लतीफ ने नौ नवंबर 2019 को छात्रावास में आत्महत्या कर ली थी। केरल की इस छात्रा के परिवार द्वारा आईआईटी-मद्रास के संकाय सदस्य पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाने के बाद राजनीतिक दलों ने मामले में विस्तृत जांच की मांग की।
इस आत्महत्या मामले में द्रमुक समेत अन्य राजनीतिक दलों की तरफ से शुक्रवार को किए गए विरोध प्रदर्शन के बीच, संस्थान ने कहा कि वह केंद्रीय अपराध शाखा को सौंपी गई जांच में पूर्ण सहयोग कर रहा है। आईआईटी मद्रास की छात्रा फातिमा लतीफ के आत्महत्या के मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गयी है।
बता दें कि बीते सोमवार को आत्महत्या करने का मामला लोकसभा में भी उठा, जिस पर मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि सचिव (उच्च शिक्षा) के नेतृत्व में ‘‘उच्चस्तरीय जांच’’ शुरू कर दी गयी है जिसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
फातिमा लतीफ के लिए न्याय की मांग के साथ द्रमुक की युवा शाखा, कांग्रेस से संबद्ध नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया और भाकपा की विद्यार्थी शाखा ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन ने संस्थान के सामने विरोध प्रदर्शन किए हैं।
ईआईटी मद्रास ने एक बयान में कहा कि विद्यार्थी, संकाय, स्टाफ और निवासी “हमारी छात्रा फातिमा लतीफ की दुर्भाग्यपूर्ण एवं असमय मृत्यु और उसके बाद हुई घटनाओं से अत्यंत चिंतित हैं। (पीटीआई इनपुट के साथ)