अहमदाबाद: गुजरात के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने अहमदाबाद में धंधुका नगर के मोढवाड़ा इलाके में 27 साल के किशन भरवाड़ की हत्या के मामले में पुरानी दिल्ली के दरियागंज इलाके से एक मौलवी को गिरफ्तार किया है। किशन भरवाड़ की हत्या 25 जनवरी को गोली मारकर की गई थी। मौलवी पर किशन की हत्या करने वालों को उकसाने और बंदूक मुहैया कराने का आरोप है।
इससे पहले राज्य पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रप ने राजकोट के दो भाईयों को गिरफ्तार किया था। इन पर हत्या के कथित मास्टरमाइंड मौलाना कमर गनी इस्लामी को पिस्तौलऔर पांच कारतूस सप्लाई करने का आरोप है।
मौलाना पर पहले भी लगे हैं गंभीर आरोप
गिरफ्तार मौलाना पर इससे पहले त्रिपुरा में सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने के भी आरोप लग चुके हैं। उन पर पिछले नवंबर में यूएपीए के तहत मामले भी दर्ज किए गए थे। एक एटीएस अधिकारी ने ये जानकारी दी।अधिकारी ने बताया, 'इस्लामी अपने संगठन तहरीक-ए-फारोग-ए- इस्लामी से जुड़े एक कार्यालय से बाहर निकल रहे थे, तभी उन्हें गिरफ्तार किया गया।'
अधिकारी के अनुसार अप्रैल-2021 में मौलवी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला था जिसमें वे इशनिंदा करने वालों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देते नजर आते हैं। एक और भाषण में वो ये भी कहते नजर आते हैं कि इस्लाम के खिलाफ बात करने वालों के खिलाफ कोई किसी भी हद तक जा सकता है।
क्या है गुजरात के युवक की हत्या का मामला
दरअसल, पिछले हफ्ते धार्मिक भावनाओं को कथित तौर पर आहत करने वाली एक फेसबुक पोस्ट को लेकर दो बाइक सवारों ने किशन भरवाड़ नाम के युवक की गोलीमारकर हत्या कर दी थी। मामले में हत्या करने वाले आरोपियों के तौर पर शब्बीर चोपड़ा और इम्तियाज पठान को गिरफ्तार किया गया है।
एटीएस के अनुसार हत्या करने वाला शब्बीर लगातार मौलाना कमर गनी से संपर्क में था। आरोपों के अनुसार गोली शब्बीर ने चलाई थी और पठान बाइक चला रहा था। शब्बीर पहले कई बार मौलाना से मिल चुका है और सोशल मीडिया पर भी फॉलो करता था। एटीएम अधिकारियों के अनुसार इस्लामी ने शब्बीर को हथियार दिए और योजना बताई। इस मामले में जमालपुर निवासी मौलवी मोहम्मद अयूब जावरावाला सहित कुल 6 लोग अभी गिरफ्तार किए गए हैं।