प्रयागराज: माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मार दिया गया है। दोनों की शनिवार को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई है। भारी सुरक्षा घेरे में दोनों की हत्या की गई है। दोनों पर अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। हमला करने के बाद हत्यारों ने पुलिस के सामने खुद को सरेंडर कर दिया। पुलिस ने तीनों हमलावरों को गिरफ्त में ले लिया है, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि प्रयागराज के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने गुरुवार को उमेश पाल हत्याकांड में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। इसी दिन झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अहमद का बेटा और उसका एक साथी मारा गया था। इस घटनाक्रम के अन्य विवरण की प्रतीक्षा है।
अखिलेश यादव ने कहा, उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी
अतीक अहमद और अशरफ की सरेआम हत्या को लेकर विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर सीधे हमला बोला है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
ओवैसी ने कहा- दोनों की हत्या योगी के कानून व्यवस्था की नाकामी है
वहीं एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा, अतीक और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियाँ लगी हुई थीं। जय श्रीराम के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के कानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के जिम्मेदार हैं।
बसपा ने कहा- यह शुद्ध रूप से अराजकता है
वहीं इस पर बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा, यूपी पुलिस को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल होते देखना निराशाजनक है। कोर्ट दोषियों को सजा देती है। इस हत्याकांड ने राज्य सरकार की सत्ता को चुनौती दी है। यह शुद्ध अराजकता है।