नई दिल्ली: देश की की सबसे सुरक्षित जेल मानी जाने वाली तिहाड़ जेल में गैंगवार का मामला सामने आया है। शुक्रवार, 14 अप्रैल की शाम दो गुट आपस में भिड़ गए जिसमें गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार प्रिंस तेवतिया कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य था। गैंगवार में चाकूबाजी की ये पूरी घटना जेल के बैरक नंबर तीन में हुई। हत्या का आरोप रोहित चौधरी गैंग पर लगा है। घटना में तीन कैदी घायल भी हुए हैं।
अतिसंवेदनशील तिहाड़ में गैंगवार की घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। मामले की जांच शुरू की गई है और घायल कैदियों का पुलिस की निगरानी में इलाज किया जा रहा है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग के सदस्य प्रिंस तेवतिया की अदावत लंबे समय से रोहित गैंग के साथ चल रही थी। प्रिंस तेवतिया खुद कई मामलों में वांछित अपराधी था। उस पर दिल्ली के कई थानों में हत्या, जानलेवा हमला, जबरन वसूली समेत 15 केस दर्ज हैं।
जानकारी के अनुसार प्रिंस तेवतिया पर धारदार हथियार से 7 से 8 बार ताबड़तोड़ वार किया गया। सूचना के बाद तिहाड़ प्रशासन ने तुरंत सभी घायलों को पास के डीडीयू हॉस्पिटल में एडमिट कराया। डीडीयू हॉस्पिटल में ही इलाज के दौरान प्रिंस तेवतिया की मौत हो गई। इस पूरी घटना में तीन अन्य घायलों में एक की हालत गंभीर बनी हुई है।
इस मामले में तिहाड़ जेल के प्रशासन पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। बीते मार्च महीने में एक खुफिया सूचना के आधार पर तिहाड़ में छापेमारी भी की गई थी। इस दौरान जेल नंबर तीन से तिहाड़ प्रशासन ने जेल में छापा मारकर बड़ी संख्या में सर्जिकल ब्लेड, मोबाइल आदि बरामद किए थे।
बता दें कि इससे पहले पंजाब की जेल में भी गैंगवार की घटना सामने आ चुकी है। तिहाड़ को अतिसंवोदनशील जेलों में से एक माना जाता है। यहां कई बड़े राजनेता भी बंद हैं। ऐसे में जेल के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े होते हैं।