जानिए मुंबई में एक शव यात्रा के दौरान ऐसा क्या हुआ कि 200 लोगों पर दर्ज हुआ केस और 33 लोगों की हुई गिरफ्तारी
By भाषा | Published: October 23, 2019 05:19 PM2019-10-23T17:19:34+5:302019-10-23T17:19:34+5:30
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी क्षेत्र) लखमी गौतम ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मंगलवार को उपनगर चेंबूर के श्मशान घाट तक रिठाडिया की अंतिम यात्रा के दौरान उनके नाराज संबंधियों और कुछ अन्य लोगों ने कथित तौर पर पुलिस पर पथराव किया था।
मुंबई में एक व्यक्ति की शव यात्रा के दौरान हिंसा होने पर पुलिस ने करीब 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और इनमें से 33 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। यह एक ऐसे व्यक्ति की शव यात्रा थी जिसकी 17 साल की बेटी लापता थी और उसकी कोई जानकारी नहीं मिलने पर उसने आत्महत्या कर ली थी। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि इस दौरान कम से कम सात पुलिसकर्मी इसमें घायल हो गए।
पिछले हफ्ते, पंचाराम रिठाडिया (44) ने तिलक नगर रेलवे स्टेशन के निकट रेलगाड़ी के आगे कूद कर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। वह कई महीनों से लापता अपनी 17 वर्षीय बेटी का पता नहीं लगने के कारण परेशान था। अपने सुसाइड नोट में रिठाडिया ने लिखा है कि बेटी का पता लगाने में पुलिस ने उसकी कोई मदद नहीं की।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी क्षेत्र) लखमी गौतम ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मंगलवार को उपनगर चेंबूर के श्मशान घाट तक रिठाडिया की अंतिम यात्रा के दौरान उनके नाराज संबंधियों और कुछ अन्य लोगों ने कथित तौर पर पुलिस पर पथराव किया और एक पुलिस वैन समेत अन्य निजी वाहनों में तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा, ‘‘ चार अधिकारियों समेत सात पुलिसकर्मी इस हमले में घायल हो गए।’’ एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक पुलिस वैन, एक टैक्सी, एक कार, 10 से 12 मोटरसाइकिल और तीन ऑटोरिक्शा इस घटना में क्षतिग्रस्त हो गए।
गौतम ने बताया कि पुलिस ने मंगलवार देर रात करीब 200 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और उनमें से 33 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया, ‘‘ अब तक 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हम सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया पर वायरल कुछ वीडियो का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि इस हिंसक घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा सके।’’
एक पुलिस अधिकारी ने पहले कहा था कि अंतिम यात्रा में शामिल कुछ लोगों ने अचानक ही चेंबूर में उमर्शी बप्पा चौक पर सड़क को बाधित करने का प्रयास किया। जब पुलिसकर्मियों ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो वह नजदीक की निर्माणाधीन इमारत में घुस गए और पथराव करने लगे। इसमें दो पुलिस कांस्टेबल और यातायात पुलिस का एक अधिकारी घायल हो गए। एक चश्मदीद ने पहले दावा किया कि एक पुलिसकर्मी द्वारा शव यात्रा में शामिल एक महिला को लाठी मारने पर भीड़ भड़क गई।