हैदराबादः हैदराबाद में 14 अक्टूबर को एक मंदिर में मुख्य मूर्ति को कथित तौर पर तोड़ने के आरोपी ने सोशल मीडिया पर इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक और अन्य प्रचारकों के वीडियो देखकर खुद को कट्टरपंथी बना लिया था और वह पहले भी मुंबई में इसी तरह की घटनाओं में शामिल था। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। इंजीनियरिंग स्नातक सलमान सलीम ठाकुर ने सोमवार तड़के सिकंदराबाद में मुथ्यालम्मा मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया और मंदिर की मुख्य मूर्ति को तोड़ दिया, जिसके बाद स्थानीय लोगों, हिंदू संगठनों तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस ‘भड़काऊ और शरारती’ कृत्य से नाराज स्थानीय लोगों ने आरोपी की पिटाई कर दी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी का अंदरूनी चोटें आई हैं जिनका उपचार किया जा रहा है तथा उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। साथ ही उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। हैदराबाद पुलिस की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि जांच में पता चला कि मुंबई का रहने वाला सलमान सोशल मीडिया पर जाकिर नाइक जैसे इस्लामी प्रचारकों के वीडियो देखता था। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “वह (सलमान) सोशल मीडिया पर सक्रिय है।
उसके मोबाइल फोन और उसके सोशल मीडिया (गतिविधियों) का विश्लेषण करने के बाद हमें (नाइक और अन्य इस्लामी प्रचारकों के वीडियो देखने के बारे में) जानकारी मिली।” अधिकारी ने बताया कि वह ‘‘खुद कट्टरपंथी बन गया और मूर्तिपूजा जैसे अन्य धर्मों की प्रथाओं के प्रति मन में घृणा बना ली।’’ महाराष्ट्र पुलिस ने भी मुंबई में मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने बताया कि इस माह की शुरुआत में सलमान हैदराबाद आया था।