फैशन डिजाइनिंग की छात्रा ने कनॉट प्लेस में बेघर महिला को कुचला, मंदिर में साफ-सफाई करती थी मृतका
By भाषा | Published: August 22, 2018 04:48 AM2018-08-22T04:48:25+5:302018-08-22T04:48:25+5:30
पुलिस ने बताया कि बेघर महिला की पहचान फूलवती के तौर पर हुई है। बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
नई दिल्ली, 22 अगस्त: लुटियन्स दिल्ली के पॉश कनॉट प्लेस इलाके में विपरीत दिशा से आ रही एक तेज रफ्तार एसयूवी ने 50 वर्षीय बेघर महिला को कुचल दिया। कार कथित रूप से एक युवती चला रही थी जो महिला को करीब 300 मीटर तक घसीटती हुई ले गयी। पुलिस ने आज बताया कि घटना रविवार रात को शहीद सिंह मार्ग पर उस वक्त हुई जब महिला सड़क पार कर रही थी।
पुलिस ने बताया कि एसयूवी चला रही आरोपी की पहचान श्रेया अग्रवाल (20) के तौर पर हुई है। युवती बरेली की रहने वाली है। कार में उसकी दो दोस्त बेबी रानी और मेघा भी थी। उन्होंने बताया कि अग्रवाल मुंबई में एक संस्थान से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पुलिस ने बताया कि बेघर महिला की पहचान फूलवती के तौर पर हुई है। बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला ने पहले भागने की कोशिश की थी लेकिन मौका-ए-वारदात से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़िता का पति सुशील दो साल पहले टीबी की बीमारी के कारण मर गया और उसके तीन बच्चे शंकर, गीता तथा ऋतु हैं।
बंगला साहिब गुरुद्वारे के समीप एक आसरे में फूलवती और उसके बेटे के साथ रहने वाली किरन ने कहा, ‘‘वह अपने परिवार में कमाने वाली इकलौती सदस्य थी। उसका 19 साल का बेटा शंकर बेरोजगार है। वह सीपी में शिव मंदिर में साफ-सफाई का काम करती थी और कूड़ा बीनने का काम भी करती थी।’’
फूलवती की बड़ी बेटी गीता विधवा है जबकि 20 साल की बेटी रितू नारायणा में एक संस्थान से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही है।
ऋतु सलाम बालक ट्रस्ट में रहती है। ट्रस्ट के संयोजक संतोष कुमार गुप्ता ने कहा, ‘‘ऋतु कभी अपने परिवार के साथ नहीं रही। उसका बचपन ट्रस्ट में बीता और वह नारायणा में एक संस्थान से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही है। उसकी शिक्षा का खर्च ट्रस्ट उठा रहा है।’’ अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है।