बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों संख्या हुई 45, बढ़ सकता है मौतों का आंकड़ा
By एस पी सिन्हा | Published: December 15, 2022 05:38 PM2022-12-15T17:38:55+5:302022-12-15T17:38:55+5:30
मंगलवार से अबतक 45 लोगों की मौत शराब पीने से मौत हो चुकी है। जबकि रिकार्ड में सिर्फ 26 लोगो का ही नाम दिखाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि मृतकों की संख्या 50 से ज्यादा हो सकती है।
पटना: बिहार के सारण (छपरा) जिले में जहरीली शराब का कहर तीसरे दिन भी जारी रहा। मंगलवार से अबतक 45 लोगों की मौत शराब पीने से मौत हो चुकी है। जबकि रिकार्ड में सिर्फ 26 लोगो का ही नाम दिखाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि मृतकों की संख्या 50 से ज्यादा हो सकती है। कई लोगों का छपरा के सदर अस्पताल और पटना के पीएमसीएच में इलाज जारी है। जिसमें कई की स्थिती गंभीर बताई जा रही है। वहीं जिला प्रशासन लगातार मौत के आंकड़े को दबाने में लगा है।
घटना मशरक थाना क्षेत्र तथा इसुआपुर थाना क्षेत्र की है। मशरक थाना क्षेत्र से मशरक तख्त, यदू मोड़, पचखंडा, बहरौली बेनछपरा घोघियां, गंगौली, गोपालवाड़ी, हनुमानगंज तथा इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला और महुली के साथ अमनौर और मढौरा में लोगों की जहरीली शराब पीने से जान चली गई। कुछ मृतक के परिजनों ने प्रशासन के डर से मंगलवार के शाम में ही शव को अंतिम संस्कार कर दिया गया।
प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर ग्रामीणों और पीड़ितों के परिजनों से जानकारी ले रहे हैं। जहरीली शराब कांड के बाद मौतों के आंकड़ों को लेकर प्रशासन पर हेराफेरी का भी आरोप लगाया जा रहा है। वहीं श्मशान घाट में अचानक बढ़ी शवों की संख्या भी कुछ और ही इशारा कर रही है। सिर्फ आज दोपहर तक सिमरिया स्थित श्मशान घाट में 20 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है, जो आम दिनों की अपेक्षा में काफी अधिक है।
अचानक शवों की संख्या के बढ़ने पर यहां के दुकानदार और घाट के डोम राजा भी काफी हैरत में हैं। सिमरिया मुक्तिधाम के डोम राजा ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान भी एक दिन में इतने शव नहीं जल रहे थे, जितने 10 घंटे में जल चुके हैं। हालांकि अंतिम संस्कार करने वाले लोग उन्हीं इलाकों के बताए जा रहे हैं, जहां जहरीली शराब कांड की घटना घटी है। लेकिन इस पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
मृतकों के परिजनों के घर चौकीदार और पुलिस प्रशासन द्वारा ये कह कर शव का अंतिम संस्कार कर देने का दबाव बनाया जा रहा था ताकी आंकड़ों को कम किया जा सके। इस बीच जिले में नए इलाके में शराब से मौत के मामले सामने आने लगे हैं। एक परिवार से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है। बबिता देवी का कहना है कि शराबबंदी पूरी तरह से विफल है।
इधर, इस मामले को लेकर एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने बताया कि, पुलिस, मद्यनिषेध और एंटी लिकर टास्क फोर्स मिलकर छानबीन और छापेमारी में जुटी है। कार्रवाई का नेतृत्व सारण के रेंज डीआईजी और वहां के एसपी कर रहे हैं। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है।
जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच के लिए मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के दो अधिकारियों का दल छपरा पहुंच गया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर संयुक्त आयुक्त मद्यनिषेध श्रीकृष्णा पासवान और उपसचिव मद्यनिषेध निरंजन कुमार जांच में जुट गए हैं। जल्द दोनों अधिकारी अपनी रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव को सौपेंगे।
इस बीच यह भी बात सामने आ रही है कि जहरीली शराब कहीं और से नहीं आई बल्कि थाने से गायब हुई है। इस बात की जांच भी की जा रही है। दरअसल मसरख थाना में उत्पाद विभाग ने भारी मात्रा में कच्चा स्प्रिट जप्त कर उसे नष्ट करने के लिए रखा था। लेकिन, प्रशासनिक अधिकारी इसे नष्ट करना भूल गए।
इस स्प्रीट में से भारी मात्रा में से स्प्रिट गायब है। कंटेनर से कई के ढक्कन गायब है जिनमें स्परिट नहीं है। ऐसे में ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि यह शराब थाने से ही गायब हुई है, जिससे लोगों की लगातार मौत हो रही है। लोगों की मौत हुई है उन्होंने बताया कि मशरक बाजार में ही उन्होंने यह शराब खरीदी थी।
इस मामले की जांच करने राज्य सरकार के उच्च स्तरीय टीम भी छपरा पहुंच गई है जिन्होंने थाने में रखे शराब का जायजा लिया जहां भारी पैमाने पर अनियमितता पाई गई। जब शराब को खुले में रखा गया था जिसमें से कई ड्रम गायब पाए गए। इधर, पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। जिसके बाद एंटी बड़ी संख्या में हुई मौत को लेकर सरकार सतर्क हुई है और इसको लेकर जिले में कई जगहों पर छापेमारी भी की जा रही है।
पुलिस टीम द्वारा अबतक करीब 30 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताक्ष की जा रही है। इनके निशानदेही पर कई अन्य जगहों पर भी छापेमारी की जा रही है। गुरुवार को इन पुलिसकर्मियों पर विभाग की ओर से गाज गिरी है।
इसमें कहा गया है कि मद्यनिषेध कानून के क्रियान्वयन एवं आसूचना संकलन में बरती गई घोर लापरवाही एवं पूर्ण विफलता के साथ ही आदेशोल्लंघन, कर्तव्यहीनता एवं संदिग्ध आचरण के आरोप में पु०अ०नि० रितेश मिश्रा, थानाध्यक्ष मशरख थाना एवं चौकीदार 5/4 विकेश तिवारी को निलंबित किया गया है।
वहीं सोनपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सह एएसपी अंजनी कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर जहरीली शराब कांड के उद्भेदन की जिम्मेवारी दी गई है।