बिहार: दरभंगा में "नरेंद्र मोदी चौक" पर विवाद, BJP कार्यकर्ता की घर में घुसकर हत्या
By भारती द्विवेदी | Updated: March 16, 2018 18:40 IST2018-03-16T18:40:57+5:302018-03-16T18:40:57+5:30
रामचंद्र के बेटे के मुताबिक, 'लगभग 25-30 बाइक से 40-50 की संख्या में हॉकी और तलवार के साथ आएं। मेरे पिता उनलोगों के कुछ समझा पाते उससे पहले ही उन लोगों ने उनका सिर काट दिया।

बिहार: दरभंगा में "नरेंद्र मोदी चौक" पर विवाद, BJP कार्यकर्ता की घर में घुसकर हत्या
दरभंगा, 16 मार्च: बिहार के दरभंगा से एक बेहद दी दर्दनाक घटना सामने आई है। वहां पर 70 साल के शख्स का सिर इसलिए काट दिया गया है क्योंकि उसने अपने इलाके के चौक का नाम 'मोदी चौक' रख दिया था। मृतक के बेटे ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया है कि क्या हुआ था। रामचंद्र के बेटे के मुताबिक, 'लगभग 25-30 बाइक से 40-50 की संख्या में हॉकी और तलवार के साथ आएं। मेरे पिता उनलोगों के कुछ समझा पाते उससे पहले ही उन लोगों ने उनका सिर काट दिया। उन लोगों ने मेरे भाई को मारने की भी कोशिश की।'
#Darbhanga (Bihar): Around 40-50 men came on 25-30 bikes with hockey sticks & swords. My father went to them to explain the situation, but was beheaded, they also tried to kill my brother: Son of 70-yr-old man who was beheaded for naming a chowk as Narendra Modi chowk pic.twitter.com/sVS5i65GKI
— ANI (@ANI) March 16, 2018
वहीं दरभंगा के डीएसपी दिलनवाज अहमद ने कहा कि हम घटनास्थल पर तुरंत पहुंचे और रात तक आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी गवाहों का बयान भी दर्ज कर लिया है। फिलहाल हम घटना की जांच कर रहे हैं।
We reached the spot of the incident immediately & had arrested the culprits by night. We have recorded the statements of all the witnesses. In the brother's case we have recorded his statement & our investigating the matter: Dilnvaj Ahamad, DSP Darbhanga pic.twitter.com/A5gHTbRMHU
— ANI (@ANI) March 16, 2018
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दरभंगा के भदवा गांव के रहनेवाले रामचंद्र यादव ने दो साल पहले अपने घर के पास स्थित एक चौक का नाम पीएम मोदी के नाम पर रखा था। रामचंद्र ने चौक पर 'मोदी चौक' नाम से एक बोर्ड लगा दिया था। जिसकी वजह गांव के कुछ लोग नाराज थे और इसका विरोध कर रहे थे। विरोध के बाद भी जब रामचंद्र ने चौक का नाम नहीं बदला तो 15 मार्च की रात कुछ लोगों ने घर पर हमला बोल दिया। ग्रुप में आए लोगों ने रामचंद्र से चौक का नाम बदलकर लालू चौक रखने को कहा, जब रामचंद्र इसके लिए तैयार नहीं हुए तो उनकी गर्दन काट दी।