कोचिंग मास्टर ने किया नाबालिग के साथ रेप, मां-बाप ने चोरी से कराया अबॉर्शन, पुलिस ने डॉक्टर और आरोपी समेत मां-बाप को भी किया गिरफ्तार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 1, 2022 06:10 PM2022-04-01T18:10:56+5:302022-04-01T18:16:41+5:30
मध्य प्रदेश के बैतूल में 15 साल की नाबालिग के साथ हुए रेप मामले में सबसे दुखद पहलू यह है कि इस कुकृत्य को छिपाने में पीड़िता के मां-बाप ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई, जिसे देखते हुए पुलिस ने नबालिग के मां-बाप को भी गिरफ्तार किया है।
बैतूल: मध्य प्रदेश के बैतूल में एक 15 साल की नाबालिग छात्रा के साथ रेप करने और सबूत मिटाने के आरोप में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में सबसे दुखद पहलू यह है कि इस कुकृत्य को छिपाने में पीड़िता के मां-बाप ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई, जिसे देखते हुए पुलिस ने नबालिग के मां-बाप को भी गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक बैतूल पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उसने एक 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ रेप करने के आरोप में ट्यूटर मास्टर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि दुराचारी मास्टर द्वारा कथित रूप से बलात्कार किए जाने के कारण गर्भवती हुई उस नाबालिग के माता-पिता ने मामले में और भी जघन्य काम किया।
पुलिस ने बताया कि जब मां-बाप को टीचर द्वारा बेटी के साथ रेप किये जाने और उसे प्रेगनेंट किये जाने की भनक लगी तो उन्होंने एक निजी अस्पताल की मिलीभगत से नाबालिग का अबॉर्शन करा दिया।
पुलिस के मुताबिक अस्पताल के संचालक ने पैसों की लालच में नाबालिग का गर्भा गिरा दिया। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामले में अपनी तरह से पड़ताल की और जब पुलिस की जांच में यह साबित हो गया कि निजी अस्पताल में नाबालिग का अवैध गर्भपात कराया गया है तो उसने सख्त कदम उठाते हुए अस्पताल की महिला डॉक्टर और पीड़िता के माता-पिता को बैतूल से गिरफ्तार कर लिया।
मामले की जानकारी देते हुए बैतूल के पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने बताया कि अस्पताल की महिला निदेशक, जो स्वयं एक डॉक्टर भी हैं, उन्हें रेप आरोप 26 साल के टीचर और नाबालिग के पिता और मां को पुलिस को इस घिनौनी घटना में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी सिमाला प्रसाद ने पुलिस जांच का हवाला देते हुए कहा कि आरोपी ने पिछले साल 16 अक्टूबर को अपने कोचिंग सेंटर में लड़की के साथ रेप किया था, जिसके कारण वह 15 साल की पीड़िता गर्भवती हो गई थी।
प्रसाद ने कहा कि 22 मार्च को एक महिला डॉक्टर ने नाबालिग के माता-पिता के कहने पर उसका एक निजी अस्पताल में अवैध रूप से अबॉर्शन कर दिया था। एसपी प्रसाद ने कहा कि गिरफ्तार किये गये चारों आरोपी नाबालिग के पांच महीने के भ्रूण का गुपचुप तरीके से अबॉर्शन कराने में शामिल थे।
उन्होंने कहा कि पकड़े गये सभी आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया गया है और सभी का चालान करते हुए जेल भेज दिया गया है।