लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिला में पुलिस ने वृन्दावन के एक कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने की मंशा से जानबूझकर वक्तव्य देने को लेकर मामला दर्ज किया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है उक्त कथावाचक वृन्दावन में भागवत कथा के दौरान माता सीता और द्रौपदी सहित महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। अनिरुद्धाचार्य की इस कथा का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अनेक संगठनों और लोगों ने इसपर आपत्ति जताते हुए पुलिस से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
द्रौपदी और देवी सीता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगा है
इस संबंध में मंगलवार देर रात वृंदावन थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। कोतवाली के निरीक्षक सूरज प्रकाश शर्मा ने बताया, ‘‘अनिरुद्धाचार्य नाम के एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपने संबोधन में द्रौपदी और देवी सीता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है।’’
सूरज प्रकाश शर्मा ने कहा, ‘‘वृंदावन में भाजपा के सदस्य पवन शर्मा और अखिल भारत हिंदू महासभा के कुछ सदस्यों की शिकायत पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।’’
राष्ट्रीय कवि कुमार विश्वास ने भी इस पर खेज जताया है
इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए राष्ट्रीय कवि कुमार विश्वास ने भी एक ट्वीट किया है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा है, "यानि माता सीता के हरण, दुशासन द्वारा याज्ञसेनी के चीर-हरण के लिए वे पापी नहीं हमारी माताएं दोषी थीं ? कैसी प्रचंड मूर्खता है? पर समस्या ये है कि हमारे तथाकथित धर्म-संस्कृति रक्षक भी इस पर कुछ नहीं बोलेंगें क्यूंकि उनकी भावनायें भी बस अपने विपक्षी राजनैतिक ख़ेमों पर ही आहत होती हैं।"
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य अपनी टिप्पणी पर जताया है खेद
पुलिस अधीक्षक नगर मार्तण्ड प्रकाश सिंह ने प्राथमिकी दर्ज किए जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस कानून के मुताबिक कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, आरोपी कथावाचक ने अपनी टिप्पणी पर खेद जताया है। एक बयान में अनिरुद्धाचार्य ने कहा है, ‘‘मैंने जो कहा उसके लिए मुझे बेहद खेद है। मेरा इरादा देवी के प्रति अनादर का नहीं था और न ही लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का था।’’