कलयुगी मां ने डेढ़ महीनें की बच्ची को जिंदा दफनाया, रोने की आवाज सुन लोगों ने बचाई जान
By एस पी सिन्हा | Published: October 29, 2018 04:20 PM2018-10-29T16:20:15+5:302018-10-29T16:28:03+5:30
घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं लग सका है, लेकिन लोगों का आरोप है कि बच्ची की मां ने ही उसे दफन किया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
बिहार के बांका जिले कटोरिया थानान्तर्गत रिखीया राजदह के कुहका जोर गांव में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है, जहां डेढ माह की बच्ची को उसके ही परिजनों ने जिंदा गड्ढ़े में दफना दिया।
वहीं, बच्ची के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने फौरन उसे गड्ढे से निकाला और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। बच्ची अभी खतरे से बाहर है।
लोगों की मानें तो बच्ची दिव्यांग है जो अपनी मां के साथ ननिहाल आयी थी लेकिन उसकी कलियुगी मां ने ही अपने परिजनों के साथ मिलकर मासूम को गड्ढे में दफना दिया। लडकी को अस्पताल लाने वाले लोगों की मानें तो लडकी अपने मामा के घर आई थी।
इसी दौरान उसकी मां कुहका जंगल की ओर गई और वहां जाकर उसने कुछ लोगों के सहयोग से गड्ढ़ा खोदा और मौका पाते ही बच्ची को गड्ढे में दफना दिया। फिलहाल बच्ची का इलाज चल रहा है, वहीं पंचायत के पंचायत समिति सदस्य मनीष कुमार सुमन ने बच्ची को अस्पताल तक पहुंचाया।
घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं लग सका है, लेकिन लोगों का आरोप है कि बच्ची की मां ने ही उसे दफन किया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।