नई दिल्ली: हरियाणा के भिवानी जिले में राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव निवासी जुनैद और नासिर को बोलेरो गाड़ी सहित जलाकर मार डाला गया था। दोनों पर पशु तस्कर होने का आरोप है और अब तक मिली जानकारी के अनुसार इनका पहले राजस्थान से गाड़ी सहित अपहरण किया गया और बाद में हरियाणा में लाकर जलाकर मार डाला गया।
इस मामले को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भाजपा के साथ-साथ राजस्थान की गहलोत सरकार पर भी लगातार हमलावर हैं और लगातार इस मुद्दे पर बयान दे रहे हैं। अब ओवैसी ने भिवानी कांड पर एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के नाम पर रजिस्टर गाड़ी से जुनैद और नासिर को किडनैप किया गया था।
ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा, "जुनैद-नासेर को अगवा करने में जिस गाड़ी का इस्तेमाल हुआ था, वो गाड़ी हरियाणा सरकार के नाम पर रजिस्टर है। कई दूसरे गौ-अपराध में भी इस गाड़ी का इस्तेमाल हुआ है। ना सिर्फ सरकार की सहमति से बल्कि सरपरस्ती में मुसलमानों को हिंसा का निशाना बनाया जा रहा है।"
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे लिखा, "गौ रक्षा, धर्मांतरण कानून, आदि बहाने हैं। गौ-माफिया और दूसरे अपराधियों को इन कानूनों के जरिये “लेटरल एंट्री” मिल गई है। बीबीसी की 2002 नरसंहार की फिल्म पर बैन लग जाता है लेकिन लेटरल वाले अपने कारनामे आराम से यूट्यूब फेसबुक आदि पर डाल देते हैं क्योंकि वो भाजपा के जा-नशीं हैं।"
इसके अलावा ओवैसी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा है, "राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत साहब राजा-रजवाड़े की शादी में शिरकत कर सकते हैं, लेकिन जुनैद-नासिर के घर नहीं जा सकते?उनका घर शादी से एक घंटे की दूरी पर है। अगर मैं हैदराबाद से घाटमीका जा सकता हूं तो गहलोत, अलवर से घाटमीका क्यों नहीं जा सकते?"
बता दें कि हाल ही में एक रिपोर्ट में ये भी खुलासा हुआ था कि राजस्थान पुलिस द्वारा हत्या की प्राथमिकी में नामजद आरोपियों में से तीन आरोपी रिंकू सैनी, लोकेश सिंगला और श्रीकांत के हरियाणा के नूंह जिले की पुलिस के साथ घनिष्ठ संबंध थे।