लोगों पर बलात्कार का फर्जी केस कर के पैसे वसूलती थी महिला, पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: May 20, 2024 14:18 IST2024-05-20T14:15:57+5:302024-05-20T14:18:54+5:30
महिला का नाम भावना शर्मा है जो एक सोशल मीडिया इंन्फ्लूएंसर है। उसने जयपुर, गुरुग्राम और मध्य प्रदेश में बलात्कार की लगभग 14 एफआईआर दर्ज कराई थीं। हालांकि इसमें से कोई भी अदालत में नहीं टिक पाया।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
जयपुर: राजस्थान के जयपुर शहर में पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है जो लोगों पर बलात्कार के आरोप लगाकर ब्लैकमेल करती थी। महिला ने लगभग 14 पुरुषों के खिलाफ बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शहर के सदर पुलिस स्टेशन ने इसे रविवार, 19 मई को बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज करने के बहाने ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया। महिला द्वारा ज्यादातर मामले 2016 के बाद दर्ज कराए गए थे।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के बाद से महिला द्वारा दर्ज कराए गए बलात्कार के अधिकांश मामलों में पुलिस द्वारा क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई थी। एक मामले में आरोपी को अदालत ने बरी कर दिया था। पुलिस ने बताया कि महिला ने ब्लैकमेलिंग के लिए ज्यादातर जयपुर के वकीलों को निशाना बनाया था।
जयपुर: राजस्थान के जयपुर शहर में पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है जो लोगों पर बलात्कार के आरोप लगाकर ब्लैकमेल करती थी। महिला ने लगभग 14 पुरुषों के खिलाफ बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शहर के सदर पुलिस स्टेशन ने इसे रविवार, 19 मई को बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज करने के बहाने ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया। महिला द्वारा ज्यादातर मामले 2016 के बाद दर्ज कराए गए थे।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के बाद से महिला द्वारा दर्ज कराए गए बलात्कार के अधिकांश मामलों में पुलिस द्वारा क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई थी। एक मामले में आरोपी को अदालत ने बरी कर दिया था। पुलिस ने बताया कि महिला ने ब्लैकमेलिंग के लिए ज्यादातर जयपुर के वकीलों को निशाना बनाया था।
महिला का नाम भावना शर्मा है जो एक सोशल मीडिया इंन्फ्लूएंसर है। उसने जयपुर, गुरुग्राम और मध्य प्रदेश में बलात्कार की लगभग 14 एफआईआर दर्ज कराई थीं। हालांकि इसमें से कोई भी अदालत में नहीं टिक पाया। जयपुर की सत्र अदालत में प्रैक्टिस करने वाले वकील नितिन मीणा ने 8 मई को महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने भावना को गिरफ्तार किया।
नितिन मीणा की शिकायत के बारे में बताते हुए पुलिस ने कहा कि शहर की एक अदालत में प्रैक्टिस करने वाले वकील ने अपनी शिकायत में कहा था कि भावना शर्मा नाम की महिला जनवरी में वकालत के बहाने उससे मिली थी। उसने उसका मोबाइल फोन नंबर ले लिया और नियमित रूप से उससे बातचीत करने लगी। फिर उसने यह कहते हुए 7,000 रुपये मांगे कि उसे इसकी ज़रूरत है, और वकील ने कहा कि उसने उसे यह रकम दे दी।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि जब उसे बाद में पता चला कि महिला ने 2016 से कई लोगों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया है, तो उसने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी। जैसे ही महिला को एहसास हुआ कि वकील दूरी बना रहा है, उसने उसके खिलाफ बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज करने की धमकी दी, जब तक कि उसने उसकी मांगों के अनुसार उसे पैसे देना जारी नहीं रखा।
लिस उपायुक्त (पश्चिम) अमित बुडानिया के अनुसार आरोपी महिला ने हर शनिवार को उससे 5,000 रुपये लेना शुरू कर दिया और उसके खिलाफ बलात्कार का मामला भी दर्ज कराया। वकील ब्लैकमेलिंग से तंग आ गया तो उसने भी महिला के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। जांच में पाया गया कि महिला ने 2016 से अलग-अलग पुरुषों के खिलाफ 12 एफआईआर दर्ज की थीं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
महिला का नाम भावना शर्मा है जो एक सोशल मीडिया इंन्फ्लूएंसर है। उसने जयपुर, गुरुग्राम और मध्य प्रदेश में बलात्कार की लगभग 14 एफआईआर दर्ज कराई थीं। हालांकि इसमें से कोई भी अदालत में नहीं टिक पाया। जयपुर की सत्र अदालत में प्रैक्टिस करने वाले वकील नितिन मीणा ने 8 मई को महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने भावना को गिरफ्तार किया।
नितिन मीणा की शिकायत के बारे में बताते हुए पुलिस ने कहा कि शहर की एक अदालत में प्रैक्टिस करने वाले वकील ने अपनी शिकायत में कहा था कि भावना शर्मा नाम की महिला जनवरी में वकालत के बहाने उससे मिली थी। उसने उसका मोबाइल फोन नंबर ले लिया और नियमित रूप से उससे बातचीत करने लगी। फिर उसने यह कहते हुए 7,000 रुपये मांगे कि उसे इसकी ज़रूरत है, और वकील ने कहा कि उसने उसे यह रकम दे दी।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि जब उसे बाद में पता चला कि महिला ने 2016 से कई लोगों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया है, तो उसने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी। जैसे ही महिला को एहसास हुआ कि वकील दूरी बना रहा है, उसने उसके खिलाफ बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज करने की धमकी दी, जब तक कि उसने उसकी मांगों के अनुसार उसे पैसे देना जारी नहीं रखा।
लिस उपायुक्त (पश्चिम) अमित बुडानिया के अनुसार आरोपी महिला ने हर शनिवार को उससे 5,000 रुपये लेना शुरू कर दिया और उसके खिलाफ बलात्कार का मामला भी दर्ज कराया। वकील ब्लैकमेलिंग से तंग आ गया तो उसने भी महिला के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। जांच में पाया गया कि महिला ने 2016 से अलग-अलग पुरुषों के खिलाफ 12 एफआईआर दर्ज की थीं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।