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वीडियोः योगी की पुलिस की पिटाई से ऑटो चालक की मौत, अनाथ बेटियां लगा रही इंसाफ की गुहार

By आदित्य द्विवेदी | Updated: July 1, 2018 13:53 IST

मामला बढ़ता देख गोपीगंज एसएचओ सुनील कुमार वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।

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संत रविदासनगर, 1 जुलाईः पुलिस के पास लोग इस उम्मीद से जाते हैं कि वो हमारी परेशानियों का समाधान करेगी। लेकिन वर्दी के रौब में चूर पुलिस अगर जान लेने पर उतारू हो जाए तो लोग किस उम्मीद से थाने जाएंगे? उत्तर प्रदेश के भदोही जिले गोपीगंज थाने में पुलिस का ऐसा ही क्रूर चेहरा देखने को मिला। मामूली जमीन का विवाद सुलझाने थाने गए ऑटो चालक रामजी मिश्रा को पुलिस ने पीटकर जेल में बंद कर दिया। वो चिल्लाते रहे कि मुझे लॉक-अप से बाहर निकालो वरना मर जाउंगा। पुलिस की संवेदनहीनता ने रामजी मिश्रा की जान ले ली और एक भरे-पूरे परिवार को अनाथ कर दिया। रामजी मिश्रा की तीन बेटियां इंसाफ की गुहार लगा रही हैं। पत्नी को इतना बड़ा झटका लगा है कि वो रह-रहकर बेसुध हो जाती हैं।

बेटी की गुहार से हर किसी की आंखे नम

रामजी मिश्र की आर्थिक स्थिति नहीं थी। घर में पत्नी कंचन मिश्रा के अलावा तीन बेटियां (दीपाली, रेनू और गुड्डी) और एक बेटा ओम है। सभी का भरण-पोषण ऑटो चलाकर करते थे। पिता की मौत से बच्चे अनाथ हो गए। बड़ी बेटी दीपाली की इंसाफ की करुण पुकार सुनकर सभी का आंखें नम हो गई। दीपाली ने बताया, 'मेरे पिता और चाचा थाने में विवाद सुलझाने गए थे। तभी पुलिस वालों ने मेरे चाचा को दो-तीन थप्पड़ मारे और मेरे पिता को भी पीटने लगे। उन्हें गंदी-गंदी गालियां दी और जेल के अंदर ले गया। उसके बाद उनके साथ क्या हुआ हमें नहीं पता। लॉक-अप में उनको कोई देखने वाला भी नहीं था। पुलिस ने हमें अनाथ कर दिया। हम हम कहां जाएंगे। कोई हमारी मदद करने वाला नहीं है।'

क्या है पूरा मामला?

रामजी मिश्रा का अपने सगे भाई से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। शुक्रवार (29 जून) को दोनों अपना विवाद सुलझाने परिवार समेत थाने पहुंचे। रामजी मिश्रा की बेटी विवाद लेकर थाने पहुंचे। गोपीगंज थाने में ना सिर्फ रामजी मिश्रा को पीटा बल्कि थाने में भी बंद कर दिया। लॉक अप में मौत के बाद गोपीगंज थाने में तैनात पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। पत्नी, बेटी मारने का आरोप लगाते रहे। पुलिस ने मृतक के भाई से लिखवा लिया कि रामजी की लॉक-अप में मौत नहीं हुई है।

मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

लॉक-अप में मौत की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एडीएम रामजी वर्मा की जांच रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी। फिलहाल गोपीगंज एसएचओ सुनील कुमार वर्मा को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। नए एसएचओ शेषधर पांडेय नियुक्त किए गए हैं। शेषधर पांडेय ने बताया, 'मामले की जांच चल रही है। हम पीड़ित परिवार से संपर्क में हैं और उन्हें हर संभव सहायता मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है।'

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