बेंगलुरु: 11 अगस्त को हुई बेंगलुरु हिंसा के मामले में पुलिस ने 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसके बाद गिरफ्तार आरोपियों की सख्या कुल 340 हो गई है। वहीं, डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत आने वाले क्षेत्रों में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लगाने की सीमा 18 अगस्त को सुबह 6 बजे तक बढ़ा दी गई है।
बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि विधायक ए श्रीनिवास मूर्ति की शिकायत पर डीजे होली पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायत के अनुसार, 2000-3000 पीपीएल ने अपने घर और वाहनों सहित अन्य संपत्तियों को आग लगा दी।
एक और व्यक्ति की मौत
बेंगलुरु पुलिस के आयुक्त कमल पंत ने शनिवार बताया कि शहर में हुई हिंसा में कथित रूप से शामिल एक और व्यक्ति की पेट में लगी चोटों के कारण मौत हो गई है। इस व्यक्ति की मौत के साथ ही हिंसा में मरने वालों की संख्या चार हो गई है। 11 अगस्त की रात हुई हिंसा में पहले तीन लोगों की मौत पुलिस की गोलीबारी में हुई थी। पंत ने कहा, ‘‘वह (आरोपी सैयद नदीम) 12 (अगस्त) से जेल में था। कल रात सीने में दर्द के बाद उसे बोवरिंग अस्पताल लाया गया। संभवत: उसके पेट पर कुछ किसी ठोस वस्तु से चोट लगी थी।’’ पुलिस के अनुसार, सैयद नदीम (24) को देवरा जीवनहल्ली में हिंसा के सिलसिले में 12 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और तभी से वह जेल में था। पुलिस ने बताया कि उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई और शुक्रवार की रात उसके सीने में दर्द होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी आज मौत हो गई।
कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग की
बेंगलुरु में इस हफ्ते हुई हिंसा के कारणों का पता लगाने के लिये गठित कांग्रेस की कर्नाटक इकाई की तथ्यान्वेषी समिति ने शनिवार को इस घटना को गृह विभाग और पुलिस की पूर्ण नाकामी करार देते हुए उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की। समिति ने यह भी जानना चाहा कि किस आधार पर सरकार के कुछ मंत्री यह बयान दे रहे हैं कि कांग्रेस की अंदरुनी दरार की वजह से यह घटना हुई। पूर्व उप मुख्यमंत्री और समिति के प्रमुख जी परमेश्वर ने कहा, “सरकार और पुलिस क्या कर रहे थे? आपके पास खुफिया विभाग नहीं है क्या?।।।” यहां संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि गृह विभाग और पुलिस की पूर्ण विफलता की वजह से यह घटना हुई। उन्होंने कहा, “सरकार ने कहा है कि जिलाधिकारी इस मामले की जांच करेंगे लेकिन मैं मामले की उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधिश से न्यायिक जांच की मांग करता हूं।
जाने क्या है पूरा मामला?
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के पुलकेशी नगर से विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति के रिश्तेदार पी नवीन द्वारा सोशल मीडिया पर कथित रूप से आपत्तिजनक पोस्ट डाले जाने पर डीजे हल्ली और आसपास के इलाके में मंगलवार रात को भीड़ हिंसक हो गई थी, जिसे काबू करने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाई थीं और इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी। दंगाइयों ने विधायक के आवास और डीजे हल्ली पुलिस थाने के अलावा पुलिस के वाहनों और कई निजी वाहनों में आग लगा दी थी। दंगाइयों ने विधायक और उनकी बहन के आवास पर लूटपाट भी की थी। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि मामले में गिरफ्तार अधिकतर लोगों को परप्पाना अग्रहारा केंद्रीय कारागार में रखा गया है और उन्हें बेल्लारी केंद्रीय कारागार भेजा जा रहा है।