प्रयागराज: गैंगस्टर से नेता बने माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। प्रयागराज में गोलीबारी की यह घटना रात करीब 10 बजे की हुई। मर्डर की ये पूरी घटना कैमरे में दर्ज हो गई।
दरअसल, इस घटना को हमलावरों ने अंजाम उस समय दिया जब मेडिकल जांच के लिए पुलिस अतीक और अशरफ को अस्पताल ले जा रही थी। उस समय मीडियाकर्मी भी उनके साथ चल रहे थे।
पत्रकार बनकर हत्या के लिए पहुंचे थे हमलावर
अतीक और अशरफ पर गोलियां बरसाने वाले तीनों हमलावरों ने तत्काल घटनास्थल पर ही सरेंडर-सरेंडर चिल्लाकर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर तीन पिस्तौल, एक मोटर साइकिल, एक वीडियो कैमरा और एक न्यूज चैनल का लोगो पड़ा मिला है। अंदेशा है कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आये थे और पूरी घटना को अंजाम दिया। इन्होंने अपने गले में एक-एक पहचान पत्र भी लटका रखा था।
हमलावरों की पहचान लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य के तौर पर हुई है। पुलिस के अनुसार इस घटना में उसके एक सिपाही मान सिंह को भी गोली लगी है।
बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में सुनवाई के लिए प्रयागराज लाया गया था। इससे पहले झांसी में 13 अप्रैल को अतीक अहमद का बेटा असद और उसका एक साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे गये थे। असद अहमद का शव शनिवार सुबह प्रयागराज में ही कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया, जबकि उसके साथी गुलाम का शव शिवकुटी स्थित कब्रिस्तान में दफन किया गया।