फ्रांस में एक अंतराष्ट्रीय मानव तस्करी के गिरोह का खुलासा हुआ है। रग्बी ट्रेनिंग के नाम पर फ्रांस ले जाए गए पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के 25 नाबालिग छात्रों के लापता होने का मामला सामने आया है। CBI ने FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। CBI को इंटरपोल से यह सूचना मिली थी।
कपूरथला के दो स्कूलों से 25 छात्रों को फ्रांस ले जाया गया था
जानकारी के मुताबिक पंजाब के कपूरथला के दो स्कूलों से कुल 25 छात्रों को अवैध तरीके से फ्रांस ले जाया गया था। जिनमें से दो स्टूडेंट बीच में ही लौट आए और वहीं एक स्टूडेंट फ्रांसीसी पुलिस तक किसी तरह पहुंच गया। जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ।
अभिभावकों से 25 से 30 लाख रुपए ठगे गए
CBI के मुताबिक जांच एजेंसी ने शुक्रवार को ट्रैवल एजेंट फरीदाबाद के ललित डेविड, दिल्ली के संजय रॉय और वरुण चौधरी के घरों पर तलाशी ली जहां से सबूत बरामद किए गए। CBI का कहना है कि एजेंटों ने इन नाबालिगों को विदेश भेजने के लिए उनके अभिभावकों से 25 से 30 लाख रुपए लिए थे। वीजा आवेदन में एजेंटों ने दिखाया गया था कि 13 से 18 साल के 25 बच्चे पेरिस में रग्बी ट्रेनिंग कैम्प में हिस्सा लेने जा रहे हैं। जहां एक हफ्ते तक छात्रों ने रग्बी ट्रेनिंग कैम्प में हिस्सा भी लिया है। लेकिन इसी बीच ट्रैवल एजेंटों ने उनकी वापस आने की टिकट कैंसिल कर दी। स्टूडेंट्स को कुछ गड़बड़ी की आशंका हो गई और उसमें के 2 छात्र भारत लौट आएं।
फ्रांस पुलिस की गिरफ्त में आया एक छात्र
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार शेष 23 नाबालिग छात्रों को कथित रूप से एक स्थानीय गुरुद्वारे में ठहराया गया था। जहां से वे बच्चे फिर गायब हो गए। उनमें से एक बच्चा फ्रांस पुलिस की गिरफ्त में आ गया, जिसने इसकी सूचना इंटरपोल को दे दी। इंटरपोल ने फिर सीबीआई को इसकी खबर दी।