लाइव न्यूज़ :

अवैध रूप से रह रहे 121 बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया?, दिल्ली पुलिस ने कहा- वापस बांग्लादेश भेजेंगे

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 23, 2025 16:24 IST

अधिकारी ने बताया कि पुलिस आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और बिजली मीटर कनेक्शन सहित सरकारी दस्तावेजों की कथित जालसाजी की भी जांच कर रही हैं।

Open in App
ठळक मुद्देमामले के संबंध में पांच भारतीयों से पूछताछ की गई है।बिना वैध दस्तावेजों के देश में रह रहे 121 व्यक्ति पाए गए।14सी (उकसाने के लिए दंड) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने भारत में कथित तौर पर अवैध रूप से रह रहे 121 बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के माध्यम से उन्हें निर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि अवैध प्रवासियों को एक सप्ताह में ही पकड़ लिया गया साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मामले में पांच भारतीयों से पूछताछ की गई। पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने बताया, “देश में विदेशी नागरिकों के अवैध प्रवेश और उन्हें ठहराने में कथित रूप से शामिल एक संदिग्ध गिरोह की जांच के लिए नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाने में भी मामला दर्ज किया गया है।” उन्होंने बताया कि मामले के संबंध में पांच भारतीयों से पूछताछ की गई है।

जिनमें से एक को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 35(3) के तहत नोटिस जारी किया गया है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने पिछले सप्ताह व्यापक सत्यापन अभियान चलाया, जिसके दौरान 831 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों के दस्तावेजों की जांच की गई। वलसन ने बताया, “बिना वैध दस्तावेजों के देश में रह रहे 121 व्यक्ति पाए गए।”

अधिकारी ने बताया कि अवैध प्रवेश और अप्रवासियों के निवास को सुगम बनाने के लिए जिम्मेदार गिरोह की जांच के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के साथ-साथ विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 14 (अधिनियम के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए दंड आदि) और 14सी (उकसाने के लिए दंड) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एक विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इसमें शामिल पांच भारतीय अवैध रूप से रह रहे लोगों को संपत्ति किराए पर दे रहे थे। अधिकारी ने बताया कि पुलिस आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और बिजली मीटर कनेक्शन सहित सरकारी दस्तावेजों की कथित जालसाजी की भी जांच कर रही हैं। उन्होंने बताया कि इन दस्तावेजों का कथित तौर पर इस्तेमाल इन अप्रवासियों को स्थानीय पहचान दिलाने के लिए किया गया था।

अधिकारी ने बताया, “संबंधित विभागों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। अगर इन जाली दस्तावेजों को बनाने में कोई संलिप्त पाया जाता है तो सरकारी अधिकारियों समेत सभी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है। 

टॅग्स :क्राइम न्यूज हिंदीबांग्लादेशदिल्ली पुलिसIAS
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्ट7.93 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क?, शिखर धवन-सुरेश रैना के बाद युवराज सिंह, रॉबिन उथप्पा, मिमी चक्रवर्ती और सोनू सूद पर एक्शन

क्राइम अलर्टधारः शिवानी लॉज में पुलिस अधिकारी करण सिंह रावत की संदिग्ध मौत, संघर्ष या बाहरी चोट का सबूत नहीं मिला

क्राइम अलर्टमानसिक रूप से परेशान, पत्नी लाड बाई ने पति मोहन गुर्जर को कुल्हाड़ी से काट डाला, कुएं में कूदी

क्राइम अलर्टDelhi: 52 साल के बिजनेसमैन को मारी 69 गोलियां, हत्या के पीछे बड़ी वजह; पुलिस जांच में आरोपी का खुलासा

क्राइम अलर्ट2009 में हत्या और 2025 में अरेस्ट, 16 साल बाद पति धर्मेंद्र रामशंकर और पत्नी किरण धर्मेंद्र सोनी इंदौर से अरेस्ट

क्राइम अलर्ट अधिक खबरें

क्राइम अलर्टVIDEO: तेलंगाना में दहेज की मांग को लेकर पति ने पत्नी को पीट-पीटकर मार डाला, CCTV में कैद हुई पूरी घटना

क्राइम अलर्टOdisha Murder: संपत्ति विवाद के चलते 70 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या, पोते ने किया दादी का कत्ल

क्राइम अलर्ट‘ऑनलाइन इन्फ्लुएंसर’ अनुराग द्विवेदी के उन्नाव-लखनऊ में ठिकानों समेत 09 जगहों पर छापे, 4 लग्जरी कार जब्त, हवाला के जरिए दुबई में रियल एस्टेट में निवेश

क्राइम अलर्टठाणे शहरः बैंक्वेट हॉल में आग, 1000 से 1200 मेहमान को सुरक्षित निकाला, वीडियो

क्राइम अलर्टFaridabad: होटल में ले जाकर महिला शूटर से दुष्कर्म, तीन लोग गिरफ्तार