Vijay Hazare Trophy 2024-25: बॉर्डर-गावस्कर से भले ही खेल नहीं सके, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में बल्ले और गेंद से कमाल कर सकते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं सुपरस्टार मोहम्मद शमी। शमी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद विजय हजारे ट्रॉफी में कमाल कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के खिलाफ खुलकर बल्ला गरजा। मात्र 34 गेंद में 42 रन की पारी खेली और इस दौरान 5 चौके और 1 छक्का मारा। शमी फिटनेस को लेकर आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 से बाहर हैं। लेकिन घरेलू मैच में बंगाल के लिए खेलते हुए कमाल कर रहे हैं।
भारत के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी टीम में शामिल हो सकते हैं। अपनी एड़ी की चोट से उबरने के बाद शमी ने अब दो महीने तक घरेलू क्रिकेट खेला है और रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में बंगाल के लिए सक्रिय रूप से खेला है।
शमी ने दिखाया है कि वह न केवल एक विश्वसनीय गेंदबाज हो सकते हैं, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर बल्ले से भी जौहर कर सकते हैं। रविवार को मध्य प्रदेश के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी मैच में शमी 8वें नंबर पर उतरे और 123 से अधिक की स्ट्राइक रेट से केवल 34 गेंदों में 42 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया।
बंगाल को 50 ओवर में 269 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाने में मदद मिली। यह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान बल्ले से प्रभावशाली प्रदर्शन किया था। उन्होंने चंडीगढ़ के खिलाफ सिर्फ 17 गेंदों में 32 रन बनाए थे। शमी के लगभग नियमित घरेलू क्रिकेट खेलने के बावजूद उनके घुटने की चोट के कारण 34 वर्षीय तेज गेंदबाज को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए चयन नहीं किया गया और भारत सीरीज हार गया।
कुल मिलाकर शमी लय में हैं। उन्होंने रणजी में वापसी करते हुए 4 विकेट लिए। फिर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 9 मैच खेलते हुए 11 विकेट अपने नाम किया। ऐसे में जब अजीत अगरकर और चयन समिति के बाकी सदस्य चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम चुनने के लिए बैठेंगे तो शमी का प्रदर्शन उनकी मदद कर सकता है।