अंपायर की अहमियत बरकरार रहेगी, लेकिन उन्हें फैसले करने के लिए प्रेरित करें: साइमन टफेल

साइमन टफेल से जब पूछा गया कि क्या अंपायरों की महत्ता कम हो रही है तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे ऐसा नहीं लगता।’’

By भाषा | Updated: November 7, 2019 21:41 IST

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ठळक मुद्देसाइमन टफेल को नहीं लगता कि तकनीक पर निर्भरता से अंपायरों की अहमियत कम हुई है।इस 48 साल के ऑस्ट्रेलियाई अंपायर ने कहा, ‘‘अंपायर तभी शीर्ष पर पहुंचते हैं जब वे अच्छे फैसले लेते हैं।’

चेन्नई, सात नवंबर। आईसीसी एलीट पैनल के पूर्व अंपायर साइमन टफेल को नहीं लगता कि तकनीक पर निर्भरता से अंपायरों की अहमियत कम हुई है, लेकिन उनका मानना है कि अंपायरों को फैसले लेने के लिए प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है। पांच बार आईसीसी के वर्ष के सर्वश्रेष्ठ अंपायर रह चुके टफेल से जब पूछा गया कि क्या अंपायरों की महत्ता कम हो रही है तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे ऐसा नहीं लगता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें अंपायरों को फैसले लेने के लिए अच्छी तकनीक के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। हमें यह जिम्मेदारी यहीं नहीं छोड़नी चाहिए कि हम सभी फैसले ऊपर (तीसरे अंपायर) के लिए रखें, बल्कि हमें अपने क्रिकेट अंपायरों का समर्थन करना चाहिए कि वे मैदान पर जो देख रहे हैं, उसके हिसाब से फैसला लें।’’

इस 48 साल के ऑस्ट्रेलियाई अंपायर ने कहा, ‘‘अंपायर तभी शीर्ष पर पहुंचते हैं जब वे अच्छे फैसले लेते हैं।’’ वह चेन्नई में ‘फिलिंग्स द गैप्स’ किताब के प्रचार के लिए आए थे, जिसमें टफेल के जीवन के अनुभव मौजूद हैं।

इसमें लाहौर में 2009 आतंकवादी हमले से बच निकलने की घटना भी शामिल है। यह पूछने पर कि तकनीक के कारण क्रिकेट में से दिलचस्पी भी कम हो रही है तो उन्होंने कहा कि सही संतुलन बनाए रखना चाहिए।

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