कोच्चि नहीं अब तिरुवनंतपुरम में होगा भारत-वेस्टइंडीज वनडे मैच, सचिन-सौरव ने बनाया था दबाव

पूरा विवाद जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम को लेकर छिड़ा था। इसे पिछले ही साल फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप के लिए तैयार किया गयाा था।

By विनीत कुमार | Updated: March 21, 2018 13:43 IST

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नई दिल्ली, 21 मार्च: सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और कई दूसरे लोगों के दबाव के बाद भारत-वेस्टइंडीज के बीच इसी साल नंवबर में खेले जाने वाले वनडे मैच की मेजबानी तिरुवनंतपुरम को मिल गई है। केरल क्रिकेट असोसिएशन (केसीए) के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी। इससे पहले इस मैच का मेजबान कोच्चि को बनााया गया था जिसका काफी विरोध हो रहा था। हालांकि, मैच को शिफ्ट किए जाने की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस बारे में घोषणा कर दी जाएगी।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार बुधवार को केसीए, ग्रेटर कोचिन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीसीडीए) और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद यह मामल सुलझा। साथ ही केसीए पर राज्य सरकार सहित तमाम दूसरे दबाव भी थे जिसके कारण मैच की जगह को बदलने का फैसला हुआ। (और पढ़ें- शमी के खिलाफ फिक्सिंग के आरोप पर मोहम्मद भाई ने तोड़ी चुप्पी, दिया ये बयान)

सचिन और सौरव ने बनाया था दबाव

करीब दो दिन की चुप्पी के बाद सचिन तेंदुलरकर और सौरव गांगुली ने इस मुद्दे पर अपना मत रखते हुए बीसीसीआई से कोच्चि में होने वाले मैच को कहीं और आयोजित कराने की गुजारिश की थी।

क्या था विवाद

दरअसल, पूरा विवाद जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम को लेकर छिड़ा था। पिछले ही साल फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप के मैचों के लिए इसे एक वर्ल्ड क्लास फुटबॉल मैदान के तौर पर तैयार किया गया था लेकिन अब नई मेजबानी मिलने से क्रिकेट के लिए तैयार करने को लेकर इसकी फिर से मरम्मत करनी होगी। यह स्टेडियम इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम केरला ब्लास्टर्स का भी होम ग्राउंड है और सचिन तेंदुलकर इस टीम के मालिक हैं। कई जानकारों का मानना है कि क्रिकेट के लिए इस स्टेडियम को दोबारा तैयार करने से फुटबॉल का नुकसान होगा। (और पढ़ें- IPL 2018: कार्यक्रम में बदलाव को मंजूरी, पुणे को मिली एलिमिनेटर, क्वॉलिफायर 2 की मेजबानी)

पूर्व फुटबॉलर आईएम विजयन और सीवी पपाचान ने भी इस स्टेडियम में क्रिकेट मैच के आयोजन को लेकर आपत्ति जताई है। वहीं, केरल के खेल मंत्री एसी मोइदीन ने मंगलवार को साफ किया कि सरकार किसी भी प्रकार से जवाहर लाल इंटरनेशनल स्टेडियम के टर्फ (सतह) को नुकसान नहीं पहुंचने देगी।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार मोइदीन ने कहा, 'मैंने केरल क्रिकेट असोसिएशन (केसीए) के अधिकारियों से बात की है और कहा है कि वे इस तरह स्टेडियम के टर्फ को नुकसान नहीं पहुंचा सकते। मैंने उनसे ये भी कहा है कि क्रिकेट के लिए तिरुवनंतपुरम का स्पोर्ट्स हब ज्यादा अच्छा है।' (और पढ़ें- PSL 2018: क्वैटा को पेशावर से मिली 1 रन से हार, आखिरी ओवर में क्वैटा के लिए डासन के 23 रन बेकार)

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