नई दिल्ली, 18 मार्च: बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने निदाहास ट्रॉफी में शुक्रवार को श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मैच में अपनी टीम के व्यवहार पर खेद जताया है। शुक्रवार को कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले गए मैच के दौरान आखिरी ओवर में बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने जमकर हंगामा मचाया था।
बीसीबी ने कहा है कि उसने अपने खिलाड़ियों को चेतावनी दी है और जोर देकर कहा है कि वे खेल भावना को बनाए रखने को कहा है। बांग्लादेश ने इस मैच में श्रीलंका को 2 विकेट से हराकर फाइनल में भारत के साथ भिड़ंत पक्की कर ली।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने अपने एक बयान में कहा है, 'बोर्ड मानता है कि कुछ मामलों में बांग्लादेश टीम का क्रिकेट मैदान पर व्यवहार अस्वीकार्य था।' 'हम मानते हैं कि मैच के महत्व और उससे जुड़े दवाब की वजह से ऐसी परिस्थिति पैदा हुई लेकिन हमें लहता है कि उस तनाव भरे माहौल से निपटने के लिए जिस स्तर की पेशवराना अंदाज की उम्मीद थी वह नहीं दिखाई गई।' (पढ़ें: INDvBAN: फाइनल में भारत-बांग्लादेश की भिड़ंत आज, टीम इंडिया के इन 5 खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें!)
बीसीबी ने कहा, 'बांग्लादेश टीम के सदस्यों को सदैव क्रिकेट की भावना को कायम रखने की उनकी जिम्मेदारी की याद दिलाई गई।'
ये बवाल बांग्लादेशी पारी के 19वें ओवर की इसुरू उडाना द्वारा मुस्तिफुजर रहमान को फेंकी गई दो बाउंसरो की वजह से हुआ था, जिसमें से दूसरी गेंद पर रहमान आउट हो गए थे। लेकिन बांग्लादेशी खिलाड़ी दूसरी गेंद को नो बॉल न दिए जाने से भड़क गए और अंपायरों से बहस की। इससे गुस्साए कप्तान शाकिब अल हसन ने बाउंड्री के बाहर से अपने बल्लेबाजों को वापस आने का इशारा किया। (पढ़ें: निदाहास ट्रॉफी: सनथ जयसूर्या ने बांग्लादेशी टीम को कहा 'थर्ड क्लास', फिर डिलीट कर दिया ट्वीट!)
मैच के बाद बांग्लादेश के दो खिलाड़ियों शाकिब और नुरुल हसन पर उनकी मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना लगाया गया। मैच के बाद बांग्लादेशी ड्रेसिंग रूम का शीशा भी टूटा हुआ पाया गया और इसका आरोप भी बांग्लादेशी खिलाड़ियों पर लगा। (पढ़ें: Nidahas Trophy, Ind Vs BAN: वर्ल्ड कप से एशिया कप तक, भारत-बांग्लादेश मैच के सबसे चर्चित विवाद)