नासिर हुसैन ने भारतीय टेस्ट टीम की कमजोरी पकड़ी, बताया विदेशों में क्यों नहीं जीत पा रही है टीम इंडिया

हुसैन ने कहा कि भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दोनों फाइनल में अपने टीम संयोजन के साथ संघर्ष करना पड़ा है। स्टोक्स, ग्रीन या मार्श जैसे उचित सीम-बॉलिंग ऑलराउंडर की कमी आने वाले वर्षों में भी उन्हें परेशान करेगी।

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 09, 2023 3:42 PM

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ठळक मुद्देइंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भारतीय टीम की कमजोरी पकड़ीतेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी को बड़ी कमजोरी बतायाहुसैन के अनुसार टीम इंडिया को इसका खामियाजा विदेशी दौरों पर उठाना पड़ेगा

नई दिल्ली: भारतीय टेस्ट टीम की ताकत किसी से छुपी नहीं है। बात जब  घरेलू मैदान पर टेस्ट क्रिकेट खेलने की हो तो टीम इंडिया की ताकत और बढ़ जाती है। भारत ने पिछले कुछ सालों में घरेलू मैदान पर खेले गए  42 टेस्ट मैचों में से 32 जीते हैं, केवल तीन हारे और सात ड्रा रहे हैं। इसकी तुलना इंग्लैंड से करें, उन्होंने इसी अवधि के दौरान घरेलू मैदान पर अपने 68 में से 20 टेस्ट हारे हैं और 10 ड्रा खेले हैं। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया ने घरेलू मैदान पर 51 में से 36 जीत के साथ बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन उनकी जीत का प्रतिशत अभी भी बहुत कम है। 

पिछले दशक में घरेलू मैदान पर भारत की सफलता के करीब भी कोई अन्य टीम नहीं पहुंची।  स्पिन-अनुकूल पिचों पर विश्व स्तरीय स्पिनरों की मौजूदगी और अनुभवी बल्लेबाजों के साथ-साथ युवा जोश के परफेक्ट मैच से भारतीय टेस्ट टीम ने सफलता के झंडे गाड़े हैं।

हालांकि इस बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कुछ ऐसा कहा है कि जिस पर भारतीय मैनेजमेंट के सोचना जरूर पड़ेगा। दरअसल भारत के पास जितने भी ऑलराउंडर हैं वो सब स्पिन गेंदबाज हैं। नासिर हुसैन ने भारतीय टीम की इसी कमजोरी का जिक्र किया है। हुसैन ने कहा है कि भारत को विदेशी टेस्ट मैचों में अपनी टीम के संतुलन के लिए बेन स्टोक्स या कैमरून ग्रीन जैसे सीम-बॉलिंग ऑलराउंडर की आवश्यकता पर जोर देना चाहिए।

नासिर हुसैन ने कहा कि वे (भारत) घरेलू मैदान पर शानदार हैं। घरेलू मैदान पर उनकी टीम का संतुलन अद्भुत है। भारत के लिए उनके पास अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में शानदार आलराउंडर हैं लेकिन बात जब विदेशी धरती की आती है तब मुश्किल होती है। हुसैन ने कहा कि भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दोनों फाइनल में अपने टीम संयोजन के साथ संघर्ष करना पड़ा है।  स्टोक्स, ग्रीन या मार्श जैसे उचित सीम-बॉलिंग ऑलराउंडर की कमी आने वाले वर्षों में भी उन्हें परेशान करेगी।

टॅग्स :भारतीय क्रिकेट टीमबेन स्टोक्सटेस्ट क्रिकेटबीसीसीआईरोहित शर्मा
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