वीनू मांकड़ बर्थडे: भारत का पहला ऑलराउंडर जिसका रिकॉर्ड तोड़ने से चूके सहवाग, फिर पूछा- 'वो कौन है'

वीनू मांकड़ भारत के एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने सभी 11 पोजिशन पर बैटिंग की है। कई और दिलचस्प रिकॉर्ड मांकड़ के नाम हैं।

By विनीत कुमार | Published: April 12, 2018 07:47 AM2018-04-12T07:47:41+5:302018-04-12T07:47:41+5:30

interesting facts records of vinoo mankad india first and greatest all rounder | वीनू मांकड़ बर्थडे: भारत का पहला ऑलराउंडर जिसका रिकॉर्ड तोड़ने से चूके सहवाग, फिर पूछा- 'वो कौन है'

Vinoo Mankad, Twitter Photo

googleNewsNext

नई दिल्ली, 12 अप्रैल: वीरेंद्र सहवाग से कौन नहीं वाकिफ है। सहवाग ने अपनी आतिशी बल्लेबाजी से आधुनिक क्रिकेट को एक नया आयाम दिया। हालांकि, दिलचस्प बात ये है कि आधुनिक क्रिकेट के इस हीरो को कभी गुजरे जमाने के शहंशाह रह चुके वीनू मांकड़ के बारे में नहीं मालूम था। इसका खुलासा भी बड़े दिलचस्प अंदाज में 2007 में हुआ। 

करीब 9 साल पहले दुनिया को अलविदा कह चुके बीसीसीआई के पूर्व प्रेसिडेंट राज सिंह डुंगरपुर ने 2007 में एक कार्यक्रम में बताया कि कैसे 2006 के लाहौर टेस्ट में राहुल द्रविड़ के साथ पहले विकेट के लिए 410 रनों की साझेदारी के बाद शाम को सहवाग ने उनसे पूछा कि 'वीनू मांकड़ कौन हैं।'

दरअसल, सहवाग इस बात से अंजान थे कि उन्होंने और द्रविड़ ने 410 रनों की साझेदारी की लेकिन उस रिकॉर्ड को तोड़ने से बस तीन रनों से चूक गए जो वीनू मांकड़ और पंकज रॉय ने 1555-56 में कायम की थी। वीनू मांकड़ और पंकज ने तब चेन्नई में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले विकेट के लिए 413 रनों की साझेदारी की थी। यह रिकॉर्ड बाद में 2008 में दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ और नील मैकेंजी ने तोड़ा। दोनों ने पहले विकेट के लिए 415 रन बनाए। (और पढ़ें- IPL का सबसे रोमांचक मुकाबला, जब द्रविड़ ने गुस्से में फेंक दी थी अपनी कैप) 

भारत के पहले ऑलराउंडर थे मांकड़

गुजरात के जामनगर में 12 अप्रैल, 1917 को जन्में मांकड़ को देश के पहले ऑलराउंडर क्रिकेटर के तौर पर भी देखा जाता है। अपने करियर में 44 टेस्ट खेलने वाले मांकड़ ने 72 पारियों में 2109 रन बनाए। इसमें 5 शतक और 6 अर्धशतक हैं। यही नहीं, उन्होंने 162 विकेट भी झटके।

जब मांकड़ से चिढ़ा ऑस्ट्रेलियाई मीडिया

1947 में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी। सिडनी में खेले जा रहे एक टेस्ट मैच में मांकड़ ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बिल ब्राउन को, जो उस समय नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े थे, आउट कर दिया। हुआ यूं कि मांकड़ जैसे ही गेंद करने के लिए आगे बढे, रन लेने के लिए ब्राउन भी क्रीज से निकल गए और मांकड़ ने गेंद फेंकने से पहले उन्हें रन आउट कर दिया।

उस दौरे में यह दूसरी बार था जब मांकड़ ने इस तरह से ब्राउन को रन आउट किया था। क्रिकेट के नियम के अनुसार यह आउट जायज था लेकिन इसके बावजूद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया मांकड़ के पीछे पड़ गई और इस तरह का आउट 'मांकड़िंग' के नाम से चल पड़। यह आज भी ऐसे ही प्रचलित है। (और पढ़ें- Sports Flashback: कहानी सहवाग की उस पारी की, जिसने उन्हें 'मुल्तान का सुलतान' बना दिया)

क्रिकेट के आंकड़ो में मांकड़

वीनू मांकड़ के नाम आज भी बतौर भारतीय पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। यही नहीं, टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज (23 टेस्ट) 1000 रन और 100 विकेट का करिश्माई आंकड़ा छूने वाले भी भारतीय खिलाड़ी वह हैं।

दिलचस्प ये भी है कि मांकड़ भारत के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने सभी 11 पोजिशन पर बैटिंग की है। रवि शास्त्री ने भी ओपनर से लेकर 10 क्रम पर आकर बैटिंग की है लेकिन वे कभी अपने करियर में 11वें नंबर पर बैटिंग करने नहीं उतरे।

लॉर्ड्स में खेले गए उस एक टेस्ट में जब मांकड़ ने डाले 97 ओवर!

भारत ये टेस्ट मैच 8 विकेट से हारा था लेकिन पूरे मैच में बस मांकड़ ही छाए रहे। मांकड़ इस मैच की पहली में 72 रन बनाकर आउट हुए और फिर इंग्लैंड की पारी में 73 ओवर गेंदबाजी करते हुए 196 रन देकर 5 विकेट चटकाए।

इसके बाद दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए मांकड़ ने 184 रन बनाए जो उस समय बतौर भारतीय किसी बल्लेबाज द्वारा एक पारी में सबसे ज्यादा बनाए गए रन थे। हैरान करने वाली बात ये कि मांकड़ ने ये रन पांच घंटे से भी कम समय की बल्लेबाजी में ठोक डाले। बहरहाल, लॉर्ड्स का यह मैच जब पांचवें दिन सुबह खत्म हुआ तो मांकड़ा का गेंदबाजी आंकड़ा था- 97 ओवर, 36 मेडन, 231 रन और पांच विकेट। यहां तक कि जब इंग्लैंड को दूसरी पारी में जीत के लिए केवल 77 रन बनाने थे, तब भी मांकड़ ने हार नहीं मानी और 24 ओवरों में आधी मेडन डाली। (और पढ़ें- Sports Flashback: करारी हार ने उड़ाई थी ध्यानचंद की नींद, ओलंपिक में गोल्ड जीतकर लिया बदला)

Open in app