भारत-पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मैच कितने हाई वोल्टेज होते हैं, ये शायद किसी को बताने की जरूरत नहीं है। ये दोनों टीमें क्रिकेट के मैदान में जब भी भिड़ें, पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस की नजरें उनके ऊपर ही लगी रहती हैं। लेकिन अगर कोई आपसे कहे कि टीम इंडिया ने एक बार 2007 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को महज 3 गेंदों में हरा दिया था तो शायद आप यकीन नहीं कर पाएंगे। लेकिन ये सच है और ये क्रिकेट इतिहास का ऐसा एकमात्र मैच है जिसका फैसला रन नहीं बल्कि बोल्ड आउट से हुआ था। आइए जानें इस रोचक मैच की पूरी कहानी।
2007 के वर्ल्ड कप में टाई के बाद भारत ने पाकिस्तान को 3 गेंदों में दी मात2007 के वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई इस भिड़ंत को हमेशा याद रखा जाएगा। भारत ने इस मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट पर 141 रन बनाए। भारत के लिए रॉबिन उथप्पा ने सबसे अधिक 50 और धोनी ने 33 रन की पारी खेली। इसके जवाब में पाकिस्तान की टीम मिस्बाह उल हक की 53 रन की पारी के बावजूद 20 ओवर में 7 विकेट पर 141 रन पर ही सिमट गई और मैच टाई हो गया।
उस समय सुपर ओवर का नियम कुछ ऐसा था कि फैसला बॉल आउट में हुआ। यानी दोनों टीमों को 5-5 गेंदों को विकेट की ओर फेंकना था और जो ज्यादा बार विकेट को हिट करता वही मैच जीतता। भारत के लिए सहवाग, हरभजन और उथप्पा ने विकेट को हिट किया लेकिन पाकिस्तान की तरफ से यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद अफरीदी में कोई भी गेंद निशाने पर नहीं लगा पाया और भारत ने ये मैच 3-0 के अंतर से जीत लिया। ये क्रिकेट इतिहास में एकमात्र ऐसा टाई मैच था जिसका फैसला बॉल आउट से हुआ था।
शायद इस मैच का ही असर था कि इसके बाद इस वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में भी भारत ने पाकिस्तान को 5 रन से हराते हुए पहला टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया था। इस मैच के बाद जब भी कोई मैच टाई हुआ तो उसका फैसला सुपर ओवर से हुआ। जिसमें एक ओवर में ज्यादा रन बनाने वाली टीम मैच जीत जाती है।