India vs New Zealand, 4th ODI: न्यूजीलैंड ने 31 जनवरी को खेल गए चौथे एकदिवसीय मैच में भारत को 8 विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में पहली जीत दर्ज की। भारत फिलहाल 3-1 से सीरीज पर अपना कब्जा जमाए हुए है। हैमिल्टन में खेले गए इस मैच में न्यूजीलैंड ने महज 14.4 ओवर में ही विजय हासिल कर ली, जो भारत के खिलाफ सर्वाधिक बॉल शेष रहते जीत का रिकॉर्ड भी है।
इससे पहले ये रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम था, जिसने सन् 2010 में दांबुला में भारत को 209 गेंदें शेष रहते शिकस्त दी थी। वहीं 2012 में श्रीलंका ने 181 बॉल रहते फतह हासिल की थी। इस मामले में टॉप-5 में 3 बार श्रीलंका का ही नाम शुमार है।
भारत के खिलाफ सबसे अधिक गेंदें शेष रहते जीत:
212 न्यूजीलैंड, हैमिल्टन, 2019 *209 श्रीलंका, दांबुला, 2010181 श्रीलंका, हंबनटोटा, 2012176 श्रीलंका, धर्मशाला, 2017174 ऑस्ट्रेलिया, सिडनी, 1981
न्यूजीलैंड ने इस मैच में भारत को सिर्फ 92 रन पर ढेर कर दिया, जो टीम इंडिया का सातवां सबसे कम स्कोर रहा। बोल्ट ने लगातार 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर पांच, जबकि ग्रैंडहोम ने 26 रन देकर तीन विकेट चटकाए, जिससे भारत ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और पूरी टीम 30.5 ओवर में ढेर हो गई। टॉड एस्टल (9/1) और जिमी नीशाम (5/1) ने एक-एक विकेट चटकाया।
भारत का कोई बल्लेबाज 20 रन के आंकड़े को नहीं छू पाया। दसवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे युजवेंद्र चहल ने सर्वाधिक नाबाद 18 रन बनाए। उनके अलावा हार्दिक पंड्या (16), कुलदीप यादव (15) और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (13) ही दोहरे अंक तक पहुंच पाए। पदार्पण कर रहे युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने नौ रन बनाए।
आसान टारगेट का पीछा करते हुए कीवी टीम को सलामी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल ने छक्के से शुरुआत दिलाई। हालांकि पहली तीन गेंदों पर बाउंड्री लगाने के बाद गप्टिल(14) पवेलियन लौट गए। इसके बाद केन विलियम्सन (11) को भी जल्द भुवनेश्वर कुमार ने अपना शिकार बना लिया, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने गेंदबाजों के लिए कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी थी, जिसके चलते कम स्कोर का पीछा न्यूजीलैंड के लिए सकारात्मक पहलू रहा। तीसरे विकेट के लिए नाबाद साझेदारी करते हुए हेनरी निकल्स 30 और रॉस टेलर ने नॉटआउट 37 रन बनाकर टीम को 14.4 ओवर में ही जीत दिला दी। टीम इंडिया की ओर से भुवनेश्वर कुमार (25/2) को ही सफलता हाथ लग सकी।