बॉल टैम्परिंग: क्रिकेटर्स की आचार संहिता और हो सकती है सख्त, आईसीसी ने दिए संकेत

ICC के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा कि गेंद से छेड़छाड़ और छींटाकशी संबंधित सजा में जल्द ही संशोधन हो सकता है।

By भाषा | Updated: March 30, 2018 12:24 IST

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नई दिल्ली, 30 मार्च। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) खिलाड़ियों की आचार संहिता का दोबारा आकलन करने को तैयार है और शीर्ष संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा कि इसी कड़ी में गंभीर उल्लघंन जैसे गेंद से छेड़छाड़ और छींटाकशी संबंधित सजा में जल्द ही संशोधन हो सकता है।

केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दौरान गेंद से छेड़छाड़ करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और उप कप्तान डेविड वॉर्नर को एक साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया, जिससे विश्व क्रिकेट में हलचल मची हुई है। इस घटना में शामिल सलामी बल्लेबाज कैमरन बैनक्रोफ्ट को नौ महीने के लिए निलंबित किया गया।

इन तीनों ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है, जिसमें से स्मिथ बहुत निराश लग रहे थे, क्योंकि उनकी छवि को काफी नुकसान पहुंचा है।

रिचर्डसन ने कहा कि हां, मुझे पूरा भरोसा है कि काफी कम समय में हम अपनी आचार संहिता में संशोधन कर सकते हैं, जिसे लागू करना आसान होगा और विशेष उल्ल्घंन में प्रतिबंध का स्तर निर्धारित करना आसान होगा। हम इसे काफी जल्दी कर सकते हैं।

क्रिकेट में लाल-पीले कार्ड के इस्तेमाल के हक में नहीं आईसीसी

डेविड रिचर्डसन ने कहा कि वह मैदान में खिलाड़ियों के बुरे बर्ताव पर रोक लगाने के लिए फुटबाल की तर्ज पर क्रिकेट में लाल और पीला कार्ड इस्तेमाल करने के पक्ष में नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ, उप कप्तान डेविड वार्नर को गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में दोषी पाे जाने के बाद एक साल का प्रतिबंध लगा है। इस घटना के बाद आईसीसी ने खिलाड़ियों की आचार संहिता में फिर से बदलाव करने का फैसला किया है।

खेल की संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब( एमसीसी) ने अंपायर को पीला और लाल कार्ड देने की वकालत की थी ताकि वे मैदान पर खिलाड़ियों के खराब बर्ताव पर रोक लगा सके।

रिचर्डसन से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कई जगहों से सुझाव मिले है। उसमें लाल और पीले कार्ड का इस्तेमाल शामिल है। आईसीसी में भी इस मुद्दे पर काफी चर्चा हुई है। मैं इससे आश्वस्त नहीं हूं, मुझे नहीं लगता इससे मदद मिलेगी।

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