हरभजन सिंह ने खेल रत्न नामांकन पर तस्वीर की साफ, बताया पंजाब सरकार से अपना नाम वापस लेने को क्यों कहा था

Harbhajan Singh: हरभजन सिंह ने अपने खेल रत्न नामांकन को लेकर कहा है कि उन्होंने पंजाब सरकार से अपना नॉमिनेशन वापस लेने के लिए कहा था क्योंकि वह इसके पात्र नहीं हैं

By अभिषेक पाण्डेय | Updated: July 18, 2020 16:07 IST

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ठळक मुद्देमैंने पंजाब से मेरा खेल रत्न नामांकन वापस लेने को कहा था, मैं इसका पात्र नहीं: हरभजन सिंहहरभजन सिंह पिछले चार सालों से भारतीय टीम के लिए क्रिकेट नहीं खेले हैं

भारतीय टीम के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने अपने खेल रत्न नामांकन को लेकर जारी असमंसज को दूर किया है। शनिवार को किए गए एक के बाद तीन ट्वीट में हरभजन ने कहा कि उन्होंने पंजाब सरकार से अपना नामांकन वापस लेने के लिए कहा था क्योंकि इस साल इसके पात्र नहीं हैं।

पैनल खेल रत्न के विजेता को चुनने के लिए पिछले तीन साल के प्रदर्शन को ध्यान में रखती है। हरभजन सिंह क्योंकि 2016 से इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेले हैं, ऐसे में वह इस साल इस पुरस्कार के पात्र नहीं थे। पंजाब सरकार ने 2019 में भी भज्जी का नाम खेल रत्न के लिए भेजा था-तब वह इस पुरस्कार के लिए पात्र थे।

हरभजन ने अपने खेल रत्न नामांकन को लेकर दिया बयान

हरभजन ने अपने ट्वीट्स की सीरीज में से एक में लिखा है, 'प्रिय दोस्तों, 'मुझे ढेरों कॉल आई हैं कि पंजाब सरकार ने क्यों मेरा नाम खेल रत्न नामांकन से वापस ले लिया। सच ये है कि मैं खेल रत्न के लिए पात्र नहीं हूं, जिसमें मुख्यत: पिछले तीन साल के अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन पर विचार किया जाता है।'

भज्जी ने एक और ट्वीट में कहा, 'पंजाब सरकार की यहां गलती नहीं है क्योंकि उन्होंने मेरा नाम वापस लेकर सही किया है। मीडिया में मेरे दोस्तों से आग्रह करूंगा कि वे अटकलें न लगाएं। धन्यवाद और आभार।'

हरभजन ने कहा, 'मेरे खेल रत्न के नामांकन को लेकर बहुत भ्रम और अटकलें हैं, इसलिए मुझे स्पष्ट करने दीजिए। हां, पिछले साल नामांकन देर से भेजा गया था, लेकिन इस साल मैंने पंजाब सरकार से अपना नामांकन वापस लेने के लिए कहा क्योंकि मैं 3 साल की पात्रता मानदंडों के तहत नहीं आता हूं। आगे और अटकलें न लगाएं।'

हरभजन 2016 से नहीं खेले हैं भारत के लिए क्रिकेट

एक समय सभी फॉर्मेट में टीम इंडिया के प्रमुख स्पिनर रहे हरभजन सिंह 2011 वर्ल्ड कप के बाद टीम से अंदर-बाहर होने लगे। वह 2012 टी20 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे लेकिन 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में जगह नहीं बना सके। उन्हें 2015 वर्ल्ड कप के लिए भी नहीं चुना गया। वह इस दौरान टेस्ट और टी20 टीम में कभी-कभार जगह बनाते रहे लेकिन टीम में शीर्ष स्पिनर का दर्जा उन्होंने रविचंद्रन अश्विन के हाथों गंवा दिया। 

2015 में उन्होंने फिर से वापसी की लेकिन विराट कोहली की कप्तानी में केवल दो टेस्ट खेलने के बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज से बाहर कर दिया गया। हरभजन ने जिम्बाब्वे दौरे के बाद अपना स्थान बरकरार रखा। उन्होंने अपना आखिरी वनडे अक्टूबर 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। 

वह 2016 टी20 वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा थे लेकिन पूरे टूर्नामेंट के दौरान बेंच पर बैठे रहे। उन्होंने अपना आखिरी टी20 मैच मार्च 2016 में यूएई के खिलाफ खेला था। हरभजन ने अपने 103 टेस्ट में 417 और 236 वनडे में 269 विकेट लिए हैं।

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