स्पिन खेलने में कमजोर हुए भारतीय बल्लेबाज, हरभजन सिंह ने टीम प्रबंधन को दोषी ठहराया, स्पिन की अनुकूल पिचों ने पहुंचाया नुकसान

हरभजन सिंह टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए चौथे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनके अनुसार, स्पिन-अनुकूल ट्रैक तैयार करके तीन दिनों के भीतर टेस्ट जीतने की भारतीय टीम प्रबंधन की योजना लंबे समय में खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचा रही है

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 1, 2024 11:12 AM2024-09-01T11:12:44+5:302024-09-01T11:13:55+5:30

Harbhajan Singh blamed team management Indian batsmen weak playing spin friendly pitches caused harm | स्पिन खेलने में कमजोर हुए भारतीय बल्लेबाज, हरभजन सिंह ने टीम प्रबंधन को दोषी ठहराया, स्पिन की अनुकूल पिचों ने पहुंचाया नुकसान

हरभजन सिंह टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए चौथे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं

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Highlights बीते कुछ सालों मे भारतीय बल्लेबाजों की स्पिन खेलने की तकनीक को लेकर खूब चर्चा हुई हैनए बल्लेबाज पुरानी पीढ़ी की तरह स्पिन खेलने में माहिर नहीं हैं हरभजन सिंह ने भारतीय टीम प्रबंधन को दोषी ठहराया है

नई दिल्ली:  बीते कुछ सालों मे भारतीय बल्लेबाजों की स्पिन खेलने की तकनीक को लेकर खूब चर्चा हुई है। आमतौर पर भारतीय उपमहाद्वीप के बल्लेबाजों को स्पिन खेलने में एक्सपर्ट माना जाता है लेकिन नए बल्लेबाज पुरानी पीढ़ी की तरह स्पिन खेलने में माहिर नहीं हैं। इसके लिए पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने भारत में ढाई दिन में टेस्ट खत्म करने के लिए स्पिन के अनुकूल विकेट तैयार करने के लिए भारतीय टीम प्रबंधन को दोषी ठहराया है।

हरभजन सिंह का मानना है कि जीत के लिए बनाई गई स्पिन अनुकूल पिचों का असर बल्लेबाजों के आत्मविश्वास पर भी असर पड़ा है। भज्जी का कहना है कि भारत में स्पिन की अनुकूल पिचों ने न केवल मेहमान टीमों के लिए बल्कि स्टार घरेलू बल्लेबाजों के लिए भी रन बनाना मुश्किल बना दिया है।

हरभजन सिंह टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए चौथे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनके अनुसार, स्पिन-अनुकूल ट्रैक तैयार करके तीन दिनों के भीतर टेस्ट जीतने की भारतीय टीम प्रबंधन की योजना लंबे समय में खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचा रही है।

हरभजन ने स्पोर्ट्स तक से बात करते हुए कहा कि हमने उन पिचों पर खेलना शुरू कर दिया है जो बहुत अधिक टर्न लेती हैं। हम जीतना चाहते थे और हम जीत गये, लेकिन हम ढाई दिन में जीतना चाहते थे। मुझे लगता है कि अगर हमने सामान्य पिचें बनाई होतीं जो तीसरे और चौथे दिन से टर्न लेना शुरू कर देतीं, तो भी हम जीत जाते, लेकिन बल्लेबाजों को जमने का समय मिल जाता। 

हरभजन ने आगे कहा कि हम स्पिनरों के खिलाफ अपने बल्लेबाजों की समस्याओं पर चर्चा नहीं कर रहे होते। हमने अपने बल्लेबाजों के आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाई क्योंकि उन पिचों पर कोई भी (सस्ते में) आउट हो जाता है।

हरभजन  का मानना ​​है कि भारत को रैंक-टर्नर पिचों पर जाने के बजाय सामान्य पिचों पर परिणाम देने के लिए अपने गेंदबाजों पर भरोसा करना चाहिए। उनका मानना ​​है कि अच्छे विकेट पर खेलने से भारतीय बल्लेबाजों को रन बनाने में मदद मिलेगी और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। 

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