बीसीसीआई से अपनी पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाए गए मैच फिक्सिंग के आरोपों में क्लीन चिट मिलने के बाद टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि उन्हें हमेशा इस बात का भरोसा था कि इन आरोपों में वह निर्दोष साबित होंगे।
गुरुवार को नीरज कुमार की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई की एंटी-करप्शन यूनिट (एसीयू) ने एक हफ्ते की अपनी जांच के बाद शमी को फिक्सिंग के आरोपों से क्लीन चिट दी थी। इसके बाद शमी को बीसीसीआई से ग्रेड B का सालाना करार मिल गया, जिससे उन्हें हर साल 3 करोड़ रुपये मिलेंगे। इसके साथ ही शमी का आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलने का रास्ता भी साफ हो गया।
शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां ने पाकिस्तानी लड़की अलिश्बा से ब्रिटेन के बिजनेसमैन मोहम्मद भाई के कहने पर कथित तौर पर पैसे लेने का दावा करते हुए मैच फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप लगाया था। (पढ़ें: मोहम्मद शमी को मैच फिक्सिंग के आरोपों से मिली क्लीन चिट, मिला ग्रेड B का सालाना करार)
इन आरोपों से बरी होने के बाद शमी ने कहा, 'मैं बहुत दबाव में था लेकिन अब बीसीसीआई द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बाद मैं राहत महसूस कर रहा हूं। मैं इस बात से आहत था कि मेरे देश के प्रति मेरे समर्पण और प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया गया। लेकिन मुझे बीसीसीआई की जांच प्रक्रिया पर पूरा भरोसा था। मैं मैदान पर वापसी की कोशिश कर रहा हूं।' (पढ़ें: BCCI से क्लीन चिट मिलने के बाद मोहम्मद शमी ने आधी रात को ट्वीट कर कही ये बात)
वर्तमान में भारत के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार शमी ने कहा, 'पिछले 10-15 दिनों के दौरान मुझे काफी तकलीफों से गुजरना पड़ा। खासकर मैच-फिक्सिंग के आरोपों ने मुझे बहुत दबाव में ला दिया था। मैं क्रिकेट मैदान पर अपनी एनर्जी को सकारात्मक दिशा में लगाऊंगा। इस निर्णय ने मुझे मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए साहस और प्रेरणा दी है। मैं आने वाले दिनों में अपनी गेंदबाजी से सारे जवाब दूंगा। ये मेरे लिए बड़ी जीत है और मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मुझे बाकी के आरोपों से भी मुक्त कर दिया जाएगा।'