नयी दिल्ली, 17 दिसंबर वाणिज्य सचिव अनूप वाधवन ने कहा है कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) एक आवश्यक संस्थान है और कोई भी बहुपक्षीय नियमों के बिना वैश्विक व्यापार नहीं कर सकता है।
वाधवन ने बृहस्पतिवार को कहा कि डब्ल्यूटीओ एक ‘आवश्यकता’ है और इसने दुनिया को नियमों की व्यवस्था देने में मदद की है।
उन्होंने बिना किसी देश का नाम लिए उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ डब्ल्यूटीओ सदस्यों ने बहुपक्षीय नियमों का उल्लंघन किया जिससे पूरी डब्ल्यूटीओ प्रणाली ढह गई।
वाणिज्य सचिव ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं कहना चाहूंगा कि फिलहाल डब्ल्यूटीओ एक आवश्यक संस्थान है। बहुपक्षीय नियमों के बिना न तो वैश्वीकृत दुनिया हो सकती है और न ही वैश्विक व्यापार। निश्चित रूप से कुल मिलाकर इसे नियमों की व्यवस्था के जरिये दुनिया की मदद की है।’’
उन्होंने व्यापार विवादों के समाधान करने वाले डब्ल्यूटीओ के अपीलीय निकाय को फिर खड़ा करने की वकालत की। अमेरिका ने डब्ल्यूटीओ के अपीलीय निकाय में नियुक्तियों को रोक दिया है।
वाधवन ने कहा, ‘‘आप सहमति से पलट गए। आपका रवैया एकतरफा तरीके से संरक्षणवाद का रहा है। आपने सुरक्षा प्रावधानों के आधार पर डब्ल्यूटीओ नियमों का उल्लंघन किया।’’
उन्होंने कहा कि भारत को प्रतिस्पर्धी तथा घरेलू और वैश्विक निवेशकों दोनों के लिए दुनिया का सबसे बेहतर निवेश गंतव्य बनना चाहिए।
जिनेवा स्थित डब्ल्यूटीओ के सदस्यों की संख्या164 है। यह वैश्विक आयात और निर्यात के मुद्दों को देखता है। भारत जनवरी, 1995 से डब्ल्यूटीओ का सदस्य है।
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