US Strikes Iran: अमेरिका के ईरान पर हमले से भारतीय शेयर बाजार में क्या होगा असर, मंडे को कैसी रहेगी रफ्तार? जानें यहां
By अंजली चौहान | Updated: June 22, 2025 10:15 IST2025-06-22T10:10:39+5:302025-06-22T10:15:26+5:30
US Strikes Iran: निगाहें इस बात पर लगी रहेंगी कि क्या ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने और खाड़ी में अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने का प्रयास करेगा।

US Strikes Iran: अमेरिका के ईरान पर हमले से भारतीय शेयर बाजार में क्या होगा असर, मंडे को कैसी रहेगी रफ्तार? जानें यहां
US Strikes Iran: इजरायल और ईरान के बीच हाल ही में हुए हमलों में अब अमेरिका कूद गया है। अमेरिकी सेना की ओर से ईरान पर मिसाइल हमला किया गया है जिससे ईरान को काफी नुकसान पहुंचा। ऐसे में वैश्विक बाजार से लेकर भारतीय बाजार में इस जंग का असर दिखेगा। संडे को मार्केट बंद रहने के बाद सोमवार सुबह जैसे ही बाहर खुलेंगे तो देखना होगा कि इसका क्या असर हुआ है।
स्टॉक एक्सपर्ट की माने तो सोमवार की सुबह घरेलू शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा, क्योंकि ईरान ने अमेरिका द्वारा अपने तीन परमाणु संयंत्रों पर हमले की पुष्टि की है। शेयर निवेशक इन हमलों को ईरान-इजरायल संघर्ष के व्यापक होने के संकेत के रूप में लेंगे।
पिछले हफ्ते, व्हाइट हाउस ने सुझाव दिया था कि बातचीत की पर्याप्त संभावना को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अगले दो हफ्तों में ईरान पर हमलों पर फैसला करेंगे। हालांकि ताजा हमलों ने संकेत दिया कि बातचीत की संभावना कम है। अब शेयर निवेशकों के लिए तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा, जो पिछले तीन हफ्तों से बढ़ रही हैं। साथ ही, नजर इस बात पर भी होगी कि क्या ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने और खाड़ी में अमेरिकी सैन्य सुविधाओं पर हमला करने की कोशिश करेगा।
स्टॉक एक्सपर्ट का कहना है कि अमेरिका के सीधे ईरान-इजरायल जंग में कूदने से ऐसे परिणाम सामने आएंगे, जिनका पूर्वानुमान लगाना कठिन है। लेकिन यह निश्चित रूप से सच है कि मध्य पूर्व में शासन परिवर्तन में अमेरिका की भूमिका का कोई अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है।
इस तरह की नीति गैर-हस्तक्षेपवाद पर MAGA एजेंडे के बिल्कुल विपरीत है, जिस पर ट्रम्प ने अभियान चलाया था। GREED & Fear के विचार में, अमेरिका के सीधे हस्तक्षेप से तेल की कीमतों में उछाल और इसी तरह की अन्य चीजों के मामले में कीमतों में और अधिक चरम बदलाव की संभावना बढ़ जाएगी।
अमेरिका ने ईरान पर 3 मिसाइल दागे
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका ने फोर्डो, नतांज और इस्फहान सहित तीन ईरानी परमाणु सुविधाओं पर बमबारी की, उन्होंने कहा कि फोर्डो के मुख्य केंद्र पर बमों की एक पूरी खेप गिरा दी गई है। उन्होंने कहा कि सभी अमेरिकी बमवर्षक विमान ईरानी हवाई क्षेत्र के बाहर थे।
अमेरिकी हमलों के जवाब में, तेहरान टाइम्स के अनुसार, ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने "ईरानी राष्ट्र को आश्वासन दिया कि अपने दुश्मनों की दुष्ट साजिशों के बावजूद, अपने हजारों क्रांतिकारी और प्रेरित वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के प्रयासों से, वह इस राष्ट्रीय उद्योग के विकास के मार्ग को अवरुद्ध नहीं होने देगा।"
एमके ग्लोबल ने शनिवार को कहा कि आरबीआई की मौद्रिक सहजता और वित्त वर्ष 25 की दूसरी छमाही में आय में सुधार के मद्देनजर यह भारत के लिए सकारात्मक बना हुआ है।
एमके ग्लोबल ने कहा, "मूल्यांकन में सहजता कम हो गई है, हालांकि आय में सुधार की संभावनाएं हमें समग्र बाजारों के प्रति सकारात्मक बनाए रखती हैं। हमने स्मार्ट रिकवरी के बाद अपने तकनीकी जोखिम को 'न्यूट्रल' पर ला दिया है और अपने मॉडल पोर्टफोलियो में डिक्सन और इंडिगो को शामिल किया है।"
निफ्टी, निफ्टी बैंक सपोर्ट लेवल
अजीत मिश्रा - एसवीपी, रिसर्च, रेलिगेयर ब्रोकिंग ने एक साप्ताहिक नोट में कहा कि 24,700 और 24,400 के स्तर 50-पैक इंडेक्स के लिए तत्काल समर्थन के रूप में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह निफ्टी ने समेकन सीमा के ऊपरी बैंड को छुआ था और 25,200 के स्तर से ऊपर निरंतर गति ने ब्रेकआउट की पुष्टि की होगी, जो संभावित रूप से 25,600-25,800 क्षेत्र की ओर रैली के लिए दरवाजा खोल सकता है। निफ्टी बैंक के मामले में, समर्थन 54,000-55,100 क्षेत्र में मौजूद है।
मिश्रा ने कहा कि बैंकिंग सूचकांक ने पिछले सप्ताह लचीलापन प्रदर्शित किया, विशेष रूप से एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे निजी बैंकिंग प्रमुखों की नई भागीदारी से प्रेरित, जो हाल के हफ्तों में अपेक्षाकृत निष्क्रिय रहे थे।
(नोट- प्रस्तुत लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है, लोकमत हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है। सटीक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।)