मुंबई, एक नवंबर यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक ने सोमवार को अपनी पहली शाखा खोलकर कामकाज की शुरुआत की। इसके साथ संकट में घिरे सहकारी बैंक पीएमसी के नई इकाई में विलय का रास्ता साफ हो गया है।
यह बैंक सेंट्रम ग्रुप और भुगतान ऐप भारतपे का संयुक्त उद्यम है तथा दोनों की इसमें 51:49 अनुपात में हिस्सेदारी है।
इससे पहले, भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) ने शहर में पहली शाखा खोलकर कामकाज शुरू कर दिया।
सेंट्रम ग्रुप के कार्यकारी चेयरमैन और यूनिटी बैंक के गैर-कार्यकारी चेयरमैन जसपाल बिन्द्रा ने कहा कि 12वें लघु वित्त बैंक ने 1,100 करोड़ रुपये की शेयर पूंजी, दो लाख से अधिक ग्राहकों तथा 2,400 करोड़ रुपये के संपत्ति आधार के साथ कामकाज शुरू किया है। नये लघु वित्त बैंक के पास सेंट्रम ग्रुप के मौजूदा एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) और सूक्ष्म वित्त संस्थानों (एमएफुआई) के कर्ज कारोबार से यह आया है।
यूनिटी बैंक को अंतिम लाइसेंस 12 अक्टूबर को मिला और इस हिसाब से उसने रिकॉर्ड समय में कामकाज शुरू किया है। बैंक को जून में आरबीआई से सैद्धांतिक मंजूरी मिली थी।
लाइसेंस यूनिटी बैंक के संकट में घिरे पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक के अधिग्रहण पर भी निर्भर है। पीएमसी 7,000 करोड़ रुपये के ऋण घोटाले का शिकार हुआ और सितंबर, 2019 से आरबीआई प्रशासक के अधीन है।
बिन्द्रा ने कहा, ‘‘तकनीकी रूप से हमने सेंट्रम ग्रुप के कलीना स्थित मुख्यालय से पहली शाखा के साथ काम शुरू कर दिया है...हम मंगलवार से ग्राहकों का खाता खोलने का काम शुरू करने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
पीएमसी के यूनिटी बैंक में विलय प्रस्ताव के बारे में उन्होंने कहा कि नियामक ने अबतक कुछ कहा नहीं है। इसका कारण बैंकिंग नियमन कानून की धारा 45 के तहत विलय/अधिग्रहण से पहले बैंक का परिचालन में होना जरूरी है। यानी विलय की दिशा में हमारा कामकाज शुरू करना पहला बड़ा कदम है।
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