श्रीनगर, 27 नवंबर केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर में पारंपरिक 'नमदा' शिल्प को पुनर्जीवित करने और बढ़ावा देने के लिए एक प्रायोगिक परियोजना शुरू की।
उन्होंने कहा कि कालीन के निर्यात को 600 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 6,000 करोड़ रुपये करने का प्रयास किया जा रहा है।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि केंद्रीय कौशल विकास, उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) 3.0 के तहत एक विशेष प्रायोगिक परियोजना के रूप में नमदा शिल्प को पुनर्जीवित करने के लिए दो महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं का उद्देश्य कश्मीर के पारंपरिक नमदा शिल्प को बढ़ावा देने के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश के स्थानीय बुनकरों और कारीगरों को कुशल बनाना है, ताकि उनकी उत्पादकता में वृद्धि की जा सके।
उन्होंने कहा कि नमदा परियोजना से श्रीनगर, बारामूला, गांदरबल, बांदीपोरा, बडगाम और अनंतनाग सहित कश्मीर के छह जिलों के 2,250 लोगों को लाभ मिलेगा।
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