आरबीआई के बही-खाते का आकार नौ महीने में 6.99 प्रतिशत बढ़ा
By भाषा | Updated: May 27, 2021 21:10 IST2021-05-27T21:10:00+5:302021-05-27T21:10:00+5:30

आरबीआई के बही-खाते का आकार नौ महीने में 6.99 प्रतिशत बढ़ा
मुंबई, 27 मई भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के लेनदेन खाते का कुल आकार 31 मार्च, 2021 को समाप्त नौ महीने की अवधि में 6.99 प्रतिशत बढ़ा है। मुद्रा जारी करने के साथ-साथ मौद्रिक नीति और आरक्षित राशि प्रबंधन जैसी गतिविधियों में रिजर्व बैंक लगा रहता है।
आरबीआई की 2020-21 की सालाना रिपोर्ट के अनुसार वर्ष के दौरान आय 10.96 प्रतिशत घटी जबकि व्यय 63.10 प्रतिशत कम हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार 2020-21 के दौरान आरबीआई के पास कुल अधिशेष 73.51 प्रतिशत बढ़कर 99,122 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले साल 57,127.53 करोड़ रुपये था।
आरबीआई ने अपना वित्त वर्ष बदलकर अप्रैल-मार्च कर दिया है जो पहले जुलाई से जून था। यही वजह है कि केंद्रीय बैंक की 2020-21 की रिपोर्ट नौ महीने की अवधि (जुलाई 2020 से मार्च 2021) पर जारी की गई है।
रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल ने इसी महीने केंद्र सरकार को 99,122 करोड़ रुपये हस्तांतरित करने को मंजूरी दी।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘बही-खाते का आकार 31 मार्च, 2021 को 3,72,876.43 करोड़ रुपये यानी 6.99 प्रतिशत बढ़कर 57,07,669.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो 30 जून, 2020 को समाप्त वर्ष में 53,34,792.70 करोड़ रुपये था।’’
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘संपत्ति मामले में वृद्धि का मुख्य कारण विदेशी और घरेलू निवेश में क्रमश: 11.48 प्रतिशत और 13.75 प्रतिशत की वृद्धि है।’’
वहीं देनदारी मामले में वृद्धि का कारण जमा, जारी नोट और अन्य देनदारी में इजाफा है।
कुल संपत्ति में घरेलू संपत्ति की हिस्सेदारी 26.42 प्रतिशत जबकि विदेशी मुद्रा संपत्ति और सोने (स्वर्ण जमा और भारत में रखा गया सोना) की हिस्सेदारी 73.85 प्रतिशत रही। जबकि 30 जून, 2020 की स्थिति के अनुसार यह क्रमश: 28.75 प्रतिशत और 71.25 प्रतिशत थी।
रिपोर्ट के अनुसार 31 मार्च, 2021 को समाप्त लेखा वर्ष में आरबीआई के पास 695.31 टन सोना था जो 30 जून, 2020 को 661.41 टन था।
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