मुंबई, 19 मार्च देश के शेयर बाजारों में पिछले पांच कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर शुक्रवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स 642 अंक की जोरदार तेजी के साथ बंद हुआ।
अमेरिकी ट्रेजरी पर प्रतिफल की दर बढ़ने को लेकर जारी चिंता के बीच वैश्विक स्तर पर गिरावट के रुख के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) और आईटी कंपनियो के शेयरों में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी।
कारोबारियों के अनुसार कई राज्यों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और उसकी रोकथाम के लिये स्थानीय स्तर पर ‘लॉकडाउन’ को निवेशकों ने तरजीह नहीं दी। इससे आर्थिक पुनरूद्धार को खतरा हो सकता है।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव रहा। पर अंत में यह 641.72 अंक यानी 1.30 प्रतिशत की बढ़त के साथ 49,858.24 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 186.15 अंक यानी 1.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,744 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में एनटीपीसी का शेयर रहा। इसमें 4.58 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा एचयूएल, पावरग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक के शेयरों में भी तेजी रही।
दूसरी तरफ जिन शेयरों में गिरावट रही उनमें एल एंड टी, टेक महिंद्रा, बजाज ऑटो और टाइटन प्रमुख हैं। इनमें 1.20 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।
सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 933.84 अंक यानी 1.83 प्रतिशत नीचे आया जबकि निफ्टी में 286.95 अंक यानी 1.90 प्रतिशत की गिरावट आयी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सुबह की गिरावट के बाद अच्छी तेजी आयी। एफएमसीजी, औषधि और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में मजबूत लिवाली से बाजार में तेजी आयी। हालांकि सरकार की नई कबाड़ नीति की घोषणा के बाद वाहन कंपनियों के शेयर दबाव में रहे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका में बांड प्रतिफल में तेजी तथा दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी से वैश्विक बाजारों में गिरावट रही।’’
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सोल में गिरावट रही।
भारतीय समयानुसार दोपहर बाद खुले यूरोप के प्रमुख बाजारों में नुकसान का रुख रहा।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ 64.14 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया केवल एक पेसे की मामूली बढ़त के साथ 72.52 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने हुए हैं। उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,258.47 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
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