मुंबई/ नई दिल्लीः मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की वार्षिक आम सभा में कहा में कहा कि अगले साल तक 5जी तकनीक लॉन्च की जा सकती है। मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए गूगल 33,737 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी।
गूगल के निवेश के साथ ही जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए पूंजी जुटाने का काम पूरा हो गया है। जियो देश में संपूर्ण 5जी समाधान विकसित कर रही है, 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होते ही इसका जल्द से जल्द से परीक्षण शुरू कर दिया जाएगा।
देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में फेसबुक जैसी प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों के साथ भागीदारी का ‘लाभ’ उठाने से संबंधित घोषणाएं की।
मुकेश अंबानी ने बताया कि Google और Jio साथ मिलकर एक ऑपरेटिंग सिस्टम बनाएंगे, जो एंट्री लेवल के 4जी और 5जी स्मार्टफोन के लिए होगा। जियो और गूगल मिलकर भारत को 2जी-मुक्त बनाएंगे। अंबानी ने यह भी बताया कि सर्च इंजन कंपनी गूगल ने जियो के प्लेटफॉर्म में 33,737 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
डिजिटल इकाई जियो घरेलू 5जी समाधान विकसित करने में लगी है
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बुधवार को कहा कि समूह की डिजिटल इकाई जियो घरेलू 5जी समाधान विकसित करने में लगी है। कंपनी की 43वीं वार्षिक आम सभा में देश के सबसे धनी व्यक्ति अंबानी ने कहा, ‘‘ जियो ने शून्य से प्रारंभ कर पूर्णतया अपना 5जी समाधान डिजाइन और विकसित किया है। यह परीक्षण के लिए तैयार है।
अगले साल जितने जल्दी 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होगा उतनी ही जल्दी हम इसका प्रायोगिक परीक्षण शुरू कर देंगे।’’ उन्होंने कहा कि जियो का विश्वस्तरीय 4जी और फाइबर नेटवर्क विभिन्न सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकियों और उपकरणों से संचालित होता है। ‘‘ जियो की यह क्षमता उसे एक और अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी 5जी के लिए अग्रणी स्थिति में रखती है।’’
अंबानी ने कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स ने 20से अधिक स्टार्टअप कंपनियों के साथ मिलकर 4जी, 5जी, क्लाउड कंप्यूटिंग, उपकरण और ऑपरेटिंग सिस्टम्स, बिग डाटा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन, स्वभाविक तरीके से भाषा की समझ और कंप्यूटर दृष्टिकोण इत्यादि प्रौद्योगिकी से जुड़ी विश्वस्तरीय क्षमताओं को विकसित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ इन प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल कर हम मीडिया, वित्तीय सेवा, नये वाणिज्य (ई-वाणिज्य), शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, स्मार्ट सिटी, स्मार्ट विनिर्माण और स्मार्ट परिवहन जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए समाधान उपलब्ध करा सकते हैं।’’
अंबानी ने कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स ने मौलिक बौद्धिक संपदा अधिकार पर आधारित विकास के दृष्टिकोण को अपनाया है। इसका उपयोग कर हम पहले भारत और बाद में दुनियाभर में विभिन्न पारितंत्रों के लिए बदलती प्रौद्योगिकी की शक्ति का प्रदर्शन कर सकते हैं।
रिलायंस के प्रमुख ने कहा कि अगले तीन साल में जियो के मोबाइल ग्राहकों की संख्या करीब 50 करोड़ होगी। साथ ही जियो करीब एक अरब स्मार्ट सेंसर और पांच करोड़ घरों और कारोबारी प्रतिष्ठानों को भी अपने नेटवर्क से जोड़ेगी। उन्होंने कहा कि हमने डिजिटल कनेक्टिविटी की वृद्धि के पांच प्रमुख क्षेत्र मोबाइल ब्रॉडबैंड, जियो फाइबर, जियो व्यापारिक प्रतिष्ठान ब्रॉडबैंड, लघु उद्यमों के लिए ब्रॉडबैंड और जियो की नैरोबैंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स सेवा को पूरी तरह शुरू कर दिया है।
जियोमीट को शुरू होने के कुछ ही दिनों के भीतर 50 लाख लोगों ने डाउनलोड कर लिया
देश के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बुधवार को कहा कि भारत की सबसे पहली क्लाउड-आधारित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जियोमीट को शुरू होने के कुछ ही दिनों के भीतर 50 लाख लोगों ने डाउनलोड कर लिया। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इस सप्ताह के शुरू में वीडियो कॉन्फ्रेंस की सुविधा देने वाली ऐप जियोमीट को बाजार में उतारा था।
इसमें असीमित मुफ्त कॉल की सुविधा दी गई है। इसे विरोधी कंपनी जूम के समक्ष शुल्क युद्ध के तौर पर देखा जा रहा है। जियो मीट की यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप एंड्रॉइड, आईओएस, विंडोज, मैकओएस और वेब पर उपलब्ध है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की 43वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुये मुकेश अंबानी ने कहा कि जियोमीट को जारी करने के कुछ दिन के भीतर ही 50 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं ने डाउनलोड किया है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक जियोमीट 100 भागीदारों के साथ एचडी ऑडियो और वीडियो कॉल की सुविधा देती है। इसमें स्क्रीन शेयरिंग और बैठक की समयसारिणी जैसे फीचर भी उपलब्ध हैं।