रोजमर्रा के इस्तेमाल का सामान बनाने वाली कंपनी डाबर इंडिया के वाइस चेयरमैन मोहित बर्मन ने कहा, हालांकि महामारी को लेकर चुनौतियां पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई हैं लेकिन कंपनी "बड़ी उम्मीद" के साथ भविष्य को देख रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी आने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है। बर्मन ने कंपनी की 46वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं डाबर और हमारे भविष्य को बेहतर उम्मीद के साथ देख रहा हूं। अभी, कोविड की चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं।" उन्होंने कहा कि पिछले साल से सबक लेते हुये कंपनी उत्पादों की उपलब्धता में न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित रखेगी। डाबर चुनौतियों का सामना करने और दीर्घकालिक वृद्धि सृजित करने के लिये ‘‘बेहतर स्थिति’’ में है। उन्होंने कहा इस साल की शुरुआत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर और भविष्य में एक और लहर आने को लेकर चर्चा चल रही है। इसका मतलब यह हुआ कि डाबर को आने वाले महीनों में ऐसे ही और चुनौतियों से निपटना होगा। हालांकि, बर्मन ने यह उम्मीद भी जताई कि हर बीतने वाले दिन के साथ टीकाकरण रफ्तार पकड़ रहा है, ऐसे में उम्मीद है कि इस साल पूरी तरह से स्थिति सामान्य हो जायेगी। महामारी से बुरी तरह प्रभावित वित्त वर्श 2020- 21 के दौरान डाबर के प्रदर्शन पर बर्मन ने कहा कि कई चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया और परिचालन में 10 प्रतिशत वृद्धि हासिल करते हुये 9,562 करोड़ रुपये का एकीकृत राजस्व हासिल किया। कंपनी की सकल बिक्री ने पहली बार 10,000 करोड़ रुपये को पार किया और बाजार पूंजीकरण भी 1,000 अरब रुपये को छू गया।
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