PM Narendra Modi Interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 साल के लगातार दो कार्यकाल को पूरा करने बाद तीसरे कार्यकाल के लिए जनादेश मांग रहे हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमत ग्रुप को खास इंटरव्यू दिया। लोकमत समूह के सह-प्रबंध निदेशक और संपादकीय निदेशक ऋषि दर्डा, समूह संपादक विजय बाविस्कर, मुंबई संस्करण के संपादक अतुल कुलकर्णी और लोकमत के वीडियो संपादक आशीष जाधव ने प्रधानमंत्री से कई मुद्दों पर बात की। साक्षात्कार पीएम आवास पर आयोजित किया गया...
स्टार्ट अप, मेक इन इंडिया जैसी योजनाएं कार्यान्वित कर आपने रोजगार को गति दी. रोजगार और बढ़ाने के लिए आपकी क्या योजनाएं हैं ?
मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि आपके जैसे महाराष्ट्र के प्रमुख मीडिया समूह ने रोजगार सृजन और विकास इन दोनों मुद्दों की वास्तविक स्थिति समझी. जब हम रोजगार, नौकरियों के बारे में बोलते हैं तो हमेशा वस्तुनिष्ठ मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय झूठी खबरें फैलाई जाती हैं. हमने यह बहुव्यापी रणनीति तैयार की है कि सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र, उद्योग अथवा नवनिर्मित क्षेत्रों में युवाओं को अधिकाधिक अवसर निश्चित रूप से मिलें. उदाहरण के तौर पर सरकारी नौकरियों को ही देखें. आदर्श आचार संहिता लागू होने के पूर्व हमने नियमित रूप से रोजगार मेले आयोजित किए. इनके जरिये लाखों युवाओं को नियुक्तिपत्र सौंपे गए हैं. निजी क्षेत्र में उत्पादन क्षेत्र व स्टार्ट अप में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
स्टार्टअप की वजह से निर्यात क्षेत्र को लाभ हुआ है?
मेरा हमेशा से यही मानना रहा है... युवा ऊर्जावान पीढ़ी को स्टार्टअप उद्योग में लाना चाहिए. स्टार्टअप उद्योग में हम विश्व में तीसरे स्थान पर हैं. अब तक हम मोबाइल फोन आयात करते थे, लेकिन अब हम मोबाइल फोन के उत्पादन में दुनिया में दूसरे स्थान पर हैं. पहले हम खिलौने भी आयात करते थे. लेकिन, अब हमारे बनाए खिलौनों के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. बीते 10 वर्षों में रक्षा क्षेत्र में हमारा निर्यात 20 गुना बढ़ा है. ये तो चंद उदाहरण मात्र हैं. जब ऐसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर विकास होता है, तो विभिन्न कौशल आधारित कई नौकरियां पैदा होती हैं. स्टार्ट अप के संबंध में यहां एक और अहम बात का उल्लेख करना जरूरी है, आज लाखों युवा स्टार्टअप उद्योग में हैं. इनमें महिलाओं की संख्या उल्लेखनीय है.
लेकिन उसके लिए औपचारिक नौकरियों की संख्या भी बढ़नी चाहिए, क्या आपको लगता है कि बढ़ी है ?
जब औपचारिक नौकरियों की बात आती है, तो एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय भविष्य निधि में 6 करोड़ से अधिक नए सदस्य जुड़े हैं. ये सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, बल्कि हम कह सकते हैं कि युवाओं के सपने सच हुए हैं. पिछले 10 वर्षों में बड़े पैमाने पर अनेक विश्वविद्यालयों, आईआईटी, आईआईएम, एम्स तैयार किए गए. इस तरह के सामाजिक बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ नौकरियाें के अवसर भी पैदा हुए हैं.
आप मुद्रा योजना के संबंध में बात करते हैं. लेकिन उद्यमी बनने वाले युवाओं के लिए आपकी सरकार ने क्या किया?
अच्छा हुआ आपने मुद्रा योजना का विषय छेड़ा. उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए ही हमने मुद्रा जैसी योजना प्रभावी तौर पर लागू की है. इस योजना की वजह से देश के 8 करोड़ लोग नए या पहली बार उद्यमी बने हैं. इन उद्यमियों ने और कई लोगों को नौकरियां दी है. अब मुद्रा योजना के तहत दिए जाने वाले कर्ज की राशि दोगुनी करने का हमने आश्वासन दिया है. इससे भविष्य में कुछ वर्षों में उद्यमियों की संख्या बढ़ने के साथ ही उनके द्वारा निर्माण होने वाले रोजगार की संख्या में भी आपको उल्लेखनीय वृद्धि नजर आएगी.
आपका कौन से नए क्षेत्र पर ध्यान है?
यह अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्न है. भविष्य में जिन क्षेत्रों का विकास होगा अथवा प्रभाव पड़ेगा, उन विषयों पर ध्यान देकर उनमें रोजगार सृजन करने के लिए हमने पहले ही काम शुरू कर दिया है. चाहे वह अंतरिक्ष क्षेत्र हो, परमाणु क्षेत्र हो, इनमें युवाओं को काम करने के लिए हम प्रोत्साहित कर रहे हैं. उद्योजक बनने का विचार मन में रखने वाले युवा इस क्षेत्र में पदार्पण कर रहे हैं. इस क्षेत्र के चयनित स्टार्टअप के माध्यम से नया रोजगार भी सृजित कर रहे हैं. इसी के साथ-साथ पर्यावरणपरक ऊर्जा निर्मिति के क्षेत्र में भी गंभीरता से काम चल रहा है. यह एक महत्वपूर्ण घटक है. ग्रीन हाइड्रोजन, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा आदि क्षेत्रों में भी रोजगार सृजन के हिसाब से प्रयास किए जा रहे हैं.
विश्व में आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स तकनीक पर बड़ी चर्चा हो रही है. इस क्षेत्र में भारत का स्थान कहां है?
एआई अब उत्सुकता का मुद्दा है. इस क्षेत्र की ओर हमारा विशेष ध्यान है. केवल एआई ही नहीं, उसके साथ-साथ गेमिंग क्षेत्र में भी बड़े अवसर हैं. इस क्षेत्र में हमारे युवा बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. इलेक्ट्रॉनिक सामग्री के उत्पादन में विशेष रूप से सेमी कंडक्टर निर्माण के लिए हमने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इस क्षेत्र को सशक्त करना केवल रोजगार सृजन के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इस क्षेत्र में हम आत्मनिर्भर बन रहे हैं, यह बात भी बहुत महत्वपूर्ण है. भविष्य के लिए हमारा लक्ष्य एकदम स्पष्ट है.