PM Modi In Gujarat: गृह राज्य गुजरात को पीएम मोदी देंगे कई तोहफा, 5950 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, देखें शेयडूल
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 30, 2023 12:26 PM2023-10-30T12:26:16+5:302023-10-30T12:27:49+5:30
PM Modi In Gujarat: मेहसाणा जिले में 5,950 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
PM Modi In Gujarat: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने गृह राज्य गुजरात पहुंच गए हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरते ही गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और सीएम भूपेन्द्र पटेल ने पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी कई सौगात देंगे। मेहसाणा जिले में 5,950 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री 30 अक्टूबर को सुबह करीब साढ़े 10 बजे बनासकांठा जिला स्थित अंबाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह दोपहर करीब 12 बजे मेहसाणा के खेरालु तालुका के दाभोदा गांव में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
Ahmedabad: Gujarat Governor Acharya Devvrat and CM Bhupendra Patel welcome PM Narendra Modi as he lands at Ahmedabad Airport.
— ANI (@ANI) October 30, 2023
(Picture source: CMO Gujarat) pic.twitter.com/LR3a3iUJF9
प्रधानमंत्री अगले दिन सुबह करीब आठ बजे केवडिया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, जिसके बाद राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह मनाया जाएगा। वह कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद 98वें ‘कॉमन फाउंडेशन कोर्स’ के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करेंगे।
बयान में कहा गया है, ‘‘प्रधानमंत्री मेहसाणा में रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे विभिन्न क्षेत्रों की लगभग 5,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।’’ बयान के अनुसार, मोदी की ओर से जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा।
पश्चिमी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) का न्यू भांडू-न्यू साणंद (एन) खंड, वीरमगाम-समखिअली रेल लाइन का दोहरीकरण, कटोसन रोड-बेचराजी-मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल साइडिंग) रेल परियोजना, मेहसाणा और गांधीनगर जिले के विजापुर और मनसा तालुका की विभिन्न ग्रामीण झीलों के पुनर्भरण के लिए परियोजना, मेहसाणा जिले में साबरमती नदी पर वलसाना बैराज, पालनपुर, बनासकांठा में पेयजल के प्रावधान के लिए दो परियोजनाएं, धरोई बांध आधारित पालनपुर लाइफलाइन परियोजना और 80 एमएलडी क्षमता का जल उपचार संयंत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, उनमें महिसागर जिले के संतरामपुर तालुका में सिंचाई सुविधाएं प्रदान करने की परियोजना, नरोदा-देहगाम-हरसोल-धनसुरा रोड, साबरकांठा का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण, गांधीनगर जिले में कलोल नगरपालिका सीवरेज और सेप्टेज प्रबंधन के लिए परियोजना, सिद्धपुर (पाटन), पालनपुर (बनासकांठा), बायड (अरावली) और वडनगर (मेहसाणा) में सीवेज शोधन संयंत्रों के लिए परियोजनाएं शामिल हैं। सरदार पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
बयान के मुताबिक, मोदी राष्ट्रीय एकता दिवस परेड देखेंगे, जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और विभिन्न राज्य पुलिस के मार्च दस्ते शामिल होंगे। इसके विशेष आकर्षणों में सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की महिला ‘बाइकर’ द्वारा एक साहसी शो, बीएसएफ की महिला पाइप बैंड, गुजरात महिला पुलिस द्वारा निर्देशित नृत्य कार्यक्रम, विशेष राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) शो, स्कूल बैंड प्रदर्शन, भारतीय वायु सेना द्वारा फ्लाई पास्ट, जीवंत गांवों की आर्थिक व्यवहार्यता का प्रदर्शन आदि शामिल है।
केवडिया में प्रधानमंत्री 160 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री की ओर से जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, उनमें एकता नगर से अहमदाबाद तक हेरिटेज ट्रेन, नर्मदा आरती के लिए प्रोजेक्ट लाइव, कमलम पार्क, ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के भीतर एक पैदल मार्ग, 30 नयी ई-बस, 210 ई-साइकिल और कई गोल्फ कॉर्ट, एकता नगर में सिटी गैस वितरण नेटवर्क और गुजरात राज्य सहकारी बैंक का 'सहकार भवन' शामिल है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री केवड़िया में ट्रॉमा सेंटर और एक सौर पैनल के साथ उप-जिला अस्पताल की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री ‘आरंभ’ कार्यक्रम के पांचवें संस्करण के समापन पर 98वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करेंगे। बयान के मुताबिक, ‘‘आरंभ का पांचवां संस्करण 'व्यवधान की शक्ति का उपयोग' विषय पर आयोजित किया जा रहा है।
यह उन व्यवधानों को चित्रित करने का एक प्रयास है, जो वर्तमान और भविष्य को नया रूप देते रहते हैं और समावेशी विकास के लिए शासन के क्षेत्र में व्यवधान की शक्ति का उपयोग करने के मार्गों को परिभाषित करते हैं।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘98वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स में 'मैं नहीं हम' थीम के साथ भारत की 16 सिविल सेवाओं और भूटान की तीन सिविल सेवाओं के 560 अधिकारी प्रशिक्षु शामिल हैं।’’