न्यूयॉर्क, 06 अगस्तः पेप्सिको की भारतीय मूल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) इंद्रा नूई तीन अक्तूबर को अपना पद छोड़ेंगी। वह पिछले 12 साल से अमेरिका की इस प्रमुख फूड और बेवरेज कंपनी की अगुवाई कर रही हैं। कंपनी ने सोमवार को यह घोषणा की है। नूई ने विश्वास जताया कि इस सोडा और स्नैक्स कंपनी के सर्वश्रेष्ठ दिन अभी आने बाकी हैं।
नूई, (62), 3 अक्तूबर को कंपनी के सीईओ का पद छोड़ेंगी। वह पिछले 24 साल से इस कंपनी से जुड़ी हैं। हालांकि, वह 2019 की शुरुआत तक कंपनी की चेयरमैन रहेंगी। पेप्सिको के अध्यक्ष रामोन लागुआर्ता को निदेशक मंडल ने नूई का उत्तराधिकारी चुना है। लागुआर्ता को कंपनी के निदेशक मंडल में भी शामिल किया गया है।
नूई ने बयान में कहा, ‘‘मैं भारत में पली बढ़ी हूं। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि मुझे ऐसी असाधारण कंपनी की अगुवाई करने का मौका मिलेगा।’’नूई ने कहा कि कंपनी काफी मजबूत स्थिति में है और आगे उसके काफी बेहतर दिन आएंगे।
नूई ने ट्वीट में लिखा है, ‘‘आज मेरे लिए मिली जुली भावनाओं का दिन है। पेप्सिको पिछले 24 साल से मेरी जिंदगी है और मेरे दिल में यह हमेशा रहेगी। हमने जो किया है उस पर मुझे गर्व है और भविष्य को लेकर मैं रोमांचित हूं।’’
यह तत्काल पता नहीं चल सका है कि नूई ने सीईओ का पद छोड़ने का फैसला क्यों किया है। पिछले 22 साल से कंपनी से जुड़े लागुआर्ता सितंबर से अध्यक्ष पद पर हैं। वह वैश्विक परिचालन, कॉरपोरेट रणनीति, सार्वजनिक नीति तथा सरकारी मामलों से संबंधित कामकाज देख रहे हैं। इससे पहले लागुआर्ता यूरोप ओर उप सहारा अफ्रीका खंडों की अगुवाई कर चुके हैं।
वर्ष 2017 में नूई फॉर्च्यून की कारोबार जगत की ताकतवर महिलाओं की सूची में दूसरे स्थान पर थीं। वह सबसे अधिक वेतन पाने वाली महिला सीईओ की सूची में शीर्ष पर थीं।
कंपनी ने कहा कि नूई के जाने के बाद पेप्सिको की नेतृत्व वाली शेष टीम में कोई बदलाव नहीं होगा। सीएनबीसी की खबर के अनुसार नूई के संदर्भ में घोषणा के बाद कंपनी के शेयर मूल्य में मामूली गिरावट आई।
नूई से पहले भी फूड एंड बेवरेज उद्योग के कई बहुचर्चित सीईओ पद छोड़ चुके हैं। पेप्सिको की प्रतिद्वंद्वी कोका कोला और ओरियो बनाने वाली कंपनी मोंडेलेज इंटरनेशनल इंक के शीर्ष अधिकारी पिछले साल बदले हैं। कैंपबेल एंड सूप कंपनी ने इसी साल अपना सीईओ बदला है।
इक्विलर के अनुसार इसके बावजूद नूई का कार्यकाल एसएंडपी 500 के मुख्य कार्यकारियों के औसत कार्यकाल से दोगुना रहा है।देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट।