चेन्नई: इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने रविवार को तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए है, जिसके तहत, कंपनी द्वारा सेल निर्माण इकाई और चौपहिया वाहन निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए 7,614 करोड़ रुपये का निवेश करने की संभावना है। निवेश से 3,111 प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
ओला के सह-संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को धन्यवाद देते हुए कहा, "ओला तमिलनाडु में एकीकृत 2 व्हीलर, कार और लिथियम सेल गिगाफैक्ट्री के साथ दुनिया का सबसे बड़ा ईवी हब स्थापित करेगी। आज तमिलनाडु के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। टीएन सरकार के समर्थन, साझेदारी और भारत के पूर्ण विद्युतीकरण में तेजी लाने के लिए सीएम एमके स्टालिन का धन्यवाद!"
निवेश इसकी सहायक कंपनियों, ओला सेल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (ओसीटी) और ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज (ओईटी) प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से किया जाना है।
सरकार के अनुसार, 7,614 करोड़ रुपये के संयुक्त निवेश में से, OCT अगले पांच वर्षों में क्रमशः 5,114 करोड़ रुपये और OET 2,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
बता दें कि निवेश के साथ ओला का लक्ष्य 1,40,000 यूनिट प्रति वर्ष की क्षमता वाला एक इलेक्ट्रिक 4-व्हीलर प्लांट और 20 GWh क्षमता वाली गीगा फैक्ट्री स्थापित करना है।