मोतीलाल ओसवाल ने वित्त वर्ष 2022-23 में 6.3 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया
By भाषा | Updated: December 17, 2021 20:27 IST2021-12-17T20:27:08+5:302021-12-17T20:27:08+5:30

मोतीलाल ओसवाल ने वित्त वर्ष 2022-23 में 6.3 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया
मुंबई, 17 दिसंबर घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने 'अनिश्चितता' का हवाला देते हुए वित्त वर्ष 2022-23 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अनुमान को घटाकर कर 6.3 प्रतिशत कर दिया है। विश्लेषण करने वाली कंपनियों के बीच यह सबसे कम अनुमान है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (एमओएफएसएल) ने शुक्रवार को अपने एक नोट में कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए उसका वृद्धि अनुमान 7.6 प्रतिशत की बाजार आम सहमति और भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के 8-8.5 प्रतिशत वृद्धि के आशावादी अनुमान से भी कम है।
आरबीआई ने पिछले सप्ताह अपनी बैठक में चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान दोहराया था। हालांकि केंद्रीय बैंक ने कहा था कि देश की वृद्धि अपनी क्षमता के हिसाब से काफी कम है और इस अंतराल को दूर करने में अभी कई वर्ष लगेंगे।
मोतीलाल ओसवाल टीम ने बाजार की आम सहमति की तुलना में कम वास्तविक जीडीपी विकास दर का अनुमान लगाते हुए कहा, "यह स्पष्ट है कि भारत में मुद्रास्फीति की तुलना में जीडीपी की वृद्धि के बारे में अधिक अनिश्चितता है। मुद्रास्फीति पूर्वानुमान मोटे तौर पर अपरिवर्तित रहते हैं और यह बाजार की आम सहमति और आरबीआई के अनुमानों के अनुरूप है।"
इसके अलावा कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तविक आर्थिक वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है, जो आगे चल कर अर्थव्यवस्था के लिए और अधिक चुनौतियों का संकेत देता है।
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